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चंदौली में बनेगा प्रदेश का पहला एलएनजी स्टेशन

विवेक दुबे पीडीडीयू नगर (चंदौली) चंदौली में प्रदेश का पहला एलएनजी (लिक्विफाइड नेचुरल गैस

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 06:26 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 06:26 PM (IST)
चंदौली में बनेगा प्रदेश का पहला एलएनजी स्टेशन
चंदौली में बनेगा प्रदेश का पहला एलएनजी स्टेशन

विवेक दुबे, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : चंदौली में प्रदेश का पहला एलएनजी (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) स्टेशन बनाया जाएगा। प्रथम चरण में देश के चार नेशनल हाईवे पर 87 स्टेशन बनेंगे। पहाड़ी क्षेत्रों में जहां पाइप लाइन नहीं गुजरेगी, उन क्षेत्र को इसका लाभ मिलेगा। एलएनजी स्टेशन में गुजरात के गंधार से ट्रकों के माध्यम से लाई गई लिक्विफाइड नेचुरल गैस स्टोरेज की जाएगी। गैस को सुरक्षित रखने के लिए माइनस 20 डिग्री तापमान का स्टोरेज रहेगा। यहां से एलएनजी को सीएनजी में परिवर्तित कर वाहनों में भरा जाएगा। गेल गैस लिमिटेड ने इस स्टेशन को तैयार करेगी। डेढ़ वर्ष में छह हजार वर्ग मीटर (ढाई बीघा) में पंप तैयार करने का लक्ष्य है। सुरक्षा मानकों का भी ध्यान रखा जाएगा। इसका फायदा सभी तरह के वाहनों को मिलेगा। साथ ही घरेलू गैस की आपूर्ति भी संभव हो सकेगी। यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी की स्वर्णिम योजना है। पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए पेट्रोल व डीजल की निर्भरता कम की जा रही है। इसके धुआं से पर्यावरण का खासा असर पड़ रहा है। इसलिए ऐसे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। एलएनजी योजना के तहत हाईवे किनारे स्टेशन बनाकर ट्रकों व बसों को प्राकृतिक गैस से चलाया जाएगा। गेल गैस लिमिटेड ने हजारों घरों में प्राकृतिक गैस से चूल्हा जलवाने के बाद अब इस दिशा में कदम बढ़ाया है। स्टेशन बनाने के लिए आठ लोगों ने अपनी जमीन देने के लिए आवेदन किया लेकिन केवल दो आवेदकों की जमीन तकनीकी रूप से सही मिली है। सिगरौली शाशुन पावर से शुरू हुई एलएनजी मध्य प्रदेश के सिगरौली रिलायंस शाशुन पावर प्लांट से शुरुआत हुई। प्लांट के लिए माइनिग में सैकड़ों डंपर चलते हैं। डीजल व पेट्रोल का अधिक खर्च आने पर लिक्विफाइड नेचुरल गैस से डंपरों को चलाने का निर्णय लिया गया। लगभग पांच दर्जन डंपर को एलएनजी से चलाया जा रहा है।

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एक स्टेशन की क्षमता 80 हजार किलोलीटर

एक एलएनजी स्टेशन की क्षमता 80 हजार किलोलीटर रहेगी। पहाड़ी इलाकों में जहां पाइप लाइन नहीं बिछाई सकेगी, वहां एलसीएनजी स्टेशन बनाया जाएगा। इसके बाद आसानी से वाहनों को सीएनजी मिल जाएगी और इससे आसपास के लोगों को पीएनजी भी उपलब्ध हो जाएगी। एलएनजी से लंबी दूरी के ट्रक या बस के संचालन से खर्च आधा हो जाएगा। साथ ही पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।

यहां बनेंगे स्टेशन

एनएच-86 भोपाल के मंडीद्वीप

एनएच-48 बैंगलुरू के नीलमंगला टाउन

एनएच-16 उड़ीसा के गंज्जम

एनएच-19 में बिहार के धनबाद, उत्तर प्रदेश के चंदौली, फिरोजाबाद, मथुरा

वर्जन..

एलएनजी स्टेशन बनाने के लिए चंदौली में जमीन चिह्नित कर ली गई है। डेढ़ साल में स्टेशन बनाकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद ट्रक व बस को भी प्राकृतिक गैस मिलने लगेगी।

कर्ण सिंह, महाप्रबंधक, गेल गैस लिमिटेड


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