धान खरीद के बाद पक्की रसीद की जगह थमा दी पर्ची, प्रदर्शन
कृषि प्रधान जनपद में धान खरीद की स्थिति खराब है। वहीं जिन किसानों का धान खरीदा गया उन्हें केंद्र प्रभारियों ने धान खरीदने के बाद किसानों को पक्की रसीद के स्थान पर पर्ची पकड़ा दी। किसान अब भुगतान के लिए चक्कर काट रहे हैं। इससे नाराज किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : कृषि प्रधान जनपद में धान खरीद की स्थिति खराब है। वहीं जिन किसानों का धान खरीदा गया, उन्हें केंद्र प्रभारियों ने धान खरीदने के बाद किसानों को पक्की रसीद के स्थान पर पर्ची पकड़ा दी। किसान अब भुगतान के लिए चक्कर काट रहे हैं। इससे नाराज किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। इस दौरान शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी। एडीएम बच्चालाल को पत्रक सौंपकर केंद्र प्रभारियों की लापरवाही की शिकायत की। साथ ही जल्द भुगतान न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।
किसानों का कहना रहा कि जनपद में पीसीयू के 11 क्रय केंद्र स्थापित किए गए है। केंद्रों पर 17 हजार एमटी से अधिक धान की खरीद की गई है, लेकिन धान क्रय के बाद किसानों को पक्की रसीद नहीं दी गई। केंद्र प्रभारियों ने अपना हस्ताक्षर और मुहर लगाकर पर्ची पकड़ा दी। किसान पर्ची लेकर दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनके खाते में भुगतान नहीं हुआ। इसके चलते तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। आरोप लगाया कि धान खरीद में बिचौलिए हावी हैं। क्रय केंद्र प्रभारी बिचौलियों की मदद से धान का कोटा पूरा कर रहे हैं, जबकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। इसको लेकर हर बार किसान दिवस में आवाज उठाई जाती है। अधिकारी धान खरीद की प्रक्रिया को सुचारु करने का वादा करते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं किया जाता है। इससे किसानों की हालत दिनोंदिन दयनीय होती जा रही है। चेताया कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। वहीं किसान दिवस का भी बहिष्कार करेंगे। एडीएम ने डिप्टी आरएमओ से वार्ता कर जल्द खाते में धनराशि भेजवाने का आश्वासन दिया। वेदव्यास राय, झबलू राय, मृत्युंजय सिंह, बंटी दुबे, संतोष, राजू कुमार, अमित कुमार मौजूद थे। क्षतिपूर्ति की उठाई मांग
किसान विकास मंच के सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल विकास भवन में सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव से मिला। बारिश से फसल बर्बादी की क्षतिपूर्ति दिलाने व धान खरीद की प्रक्रिया सुचारु करने की मांग की। बोले, किसानों को फसल बर्बादी की क्षतिपूर्ति अभी तक नहीं मिली, जबकि सरकार के मानक के अनुरूप तत्काल 25 फीसद राशि किसानों के खाते में पहुंचनी चाहिए। धान क्रय केंद्रों पर प्रभारी मनमानी कर रहे हैं। किसानों को धान विक्रय करने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे है। सीडीओ ने समस्या पर अमल का भरोसा दिलाया। अशोक दुबे, रामअवध सिंह, इंदुदेव यादव, रामेश्वर पांडेय, संजय सिंह, ऋषभ द्विवेदी मौजूद थे।