स्वच्छता रैं¨कग में वाराणसी से चंदौली छह कदम आगे
स्वच्छता के मामले में चंदौली जिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से छह कदम आगे है। स्वच्छता सर्वेक्षण में यह जिला वाराणसी मंडल में अव्वल है। वाराणसी व गाजीपुर रैं¨कग में काफी पीछे हैं।
जागरण संवाददाता, चंदौली : स्वच्छता के मामले में चंदौली जिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से छह कदम आगे है। स्वच्छता सर्वेक्षण में यह जिला वाराणसी मंडल में अव्वल है। वाराणसी व गाजीपुर रैं¨कग में काफी पीछे हैं।
भारत सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के प्रगति की पड़ताल के लिए अगस्त माह में पूरे देश में स्वच्छता सर्वेक्षण कराया था। देश के करीब 800 जिलों में निजी एजेंसी के माध्यम से सर्वेक्षण हुआ। इसमें शौचालयों व साफ-सफाई का भौतिक सत्यापन करने के साथ ही नागरिकों से फीड बैक भी लिया गया था। एजेंसी के सदस्यों ने प्रदेश के 75 जिलों में करीब 990 गांवों की पड़ताल की थी। इसमें चंदौली जनपद वाराणसी मंडल में सबसे साफ-सुथरा पाया गया। सर्वेक्षण में जनपद ने राष्ट्रीय स्तर पर 306वां स्थाना हासिल किया। वहीं प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 383वां स्थान मिला। इसके अलावा गाजीपुर को 345वीं व भदोही को 390वीं रैंक मिली है। प्रदेश स्तर पर रैं¨कग में चंदौली ने 28वां व वाराणसी का 35वां स्थान है। धान का कटोरा आकांक्षात्मक जनपदों में सोनभद्र के बाद पूर्वांचल के जिलों में दूसरे स्थान पर है। सोनभद्र ने स्वच्छता रैं¨कग में 75वां स्थान हासिल किया है। रैं¨कग में 22वां स्थान हासिल कर गाजियाबाद प्रदेश में सबसे स्वच्छ जनपद साबित हुआ। वहीं 651वीं रैंक के साथ मैनपुरी सूबे में सबसे गंदा जनपद माना गया है। जबकि प्रदेश की राजधानी लखनऊ को राष्ट्रीय रैं¨कग में 266वां स्थान प्राप्त हुआ। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम की नगरी इलाहाबाद को 489वां स्थान मिला।
----------------------------------------- 'स्वच्छता की रै¨कग में और सुधार लाया जाएगा। बेस लाइन सर्वे का कार्य पूर्ण होने पर वंचितों के भी शौचालय बनेंगे इसके अलावा जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।'
डा. एके श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी