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छह शराब तस्कर गिरफ्तार, 4080 शीशी शराब बरामद

शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान में सोमवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। छह तस्कर जहां पुलिस के हत्थे चढ़ गए वहीं

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 07:02 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 12:09 AM (IST)
छह शराब तस्कर गिरफ्तार, 4080 शीशी शराब बरामद

जागरण संवाददाता, चंदौली : शराब तस्करों के खिलाफ चल रहे अभियान में सोमवार को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। छह तस्कर जहां पुलिस के हत्थे चढ़ गए वहीं 85 पेटी में 4080 शीशी अंग्रेजी बांबे व्हीस्की शराब संग दो वाहन बरामद किए गए। पकड़ी गई शराब की कीमत चार लाख रुपये बताई गई है। तस्करों के मुताबिक वे भदोही से शराब लेकर बिहार पहुंचा रहे थे। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ¨सह ने मामले का खुलासा मीडिया के सामने किया।

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पुलिस टीम ने सूचना मिलने पर चकिया चौराहे से एक स्कार्पियो में छुपाकर रखी गई 50 पेटी में 2400 शीशी अंग्रेजी शराब बरामद की। वहीं रेवसां गांव के समीप पुलिस ने घेराबंदी कर एक बोलेरो में छिपा कर रखी गई 35 पेटी में 1680 शीशी अंग्रेजी शराब बरामद की। पुलिस टीम में अलीनगर थाना प्रभारी अतुल नारायण ¨सह, मोहन प्रसाद, राजेश यादव, संदीप आदि पुलिस कर्मी शामिल थे। छह तस्कर गिरफ्तार

पुलिस टीम के हत्थे चढ़े तस्करों में राजकमल साहनी लोहता वाराणसी, अनुभव पांडेय व अविनाश ¨सह ग्राम भिखारी लोहता वाराणसी, मनीष दूबे ग्राम निरंजनपुर बक्सर बिहार व दुर्गेश ¨सह, नागेश्वर ¨सह ग्राम बड़की कोठिया औद्योगिक नगर बक्सर बिहार के निवासी बताए गए हैं। पकड़े गए आरोपित छात्र

पूछताछ में तस्करों ने पुलिस को बताया कि वे सभी छात्र हैं। गलत शोहबत में पड़कर शराब तस्करी के धंधे में लिप्त हैं। बक्सर के रहने वाले राकेश ¨सह के साथ कमीशन पर काम करते हैं। बताया एक बार शराब आपूर्ति के एवज में पंद्रह सौ रुपये मिलता है। इसके पूर्व दो बार बिहार के दुर्गावती में अंग्रेजी शराब की तस्करी कर चुके हैं। राकेश अपने एक अन्य साथी के साथ कभी बाइक तो कभी चार पहिया वाहन से आगे चलकर पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देता है। उसके बाद फोन से वार्ता के बाद रास्ता क्लियर मिलने पर हमलोग आगे बढ़ते हैं और उसके द्वारा बताए गए स्थान पर माल ले जाकर देते हैं। जनपद भदोही के सुराही गांव तक जाते हैं। वहां विधायक नाम का व्यक्ति आता है जो गाड़ी लेकर चला जाता है। माल भरकर गांव में ही उन्हें गाड़ी दे दी जाती है। यहां से बिहार के लिए वे निकल पड़ते हैं।


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