फौजी का मजबूत कंधा दिखा, बूढ़े बाप को क्यों छोड़ गए मेरे लाल ..
शहीद अवधेश के पार्थिव शरीर के पहुंचने से लेकर अंतिम संस्कार तक में इतना कुछ हुआ जिसे शब्दों में समेटना शायद किसी के लिए संभव नहीं होगा ..। लेकिन इस तस्वीर को जरा गौर से देखिए, जो अपने जिगर के टुकड़े से शायद कई सवाल करने नजर आ रही है।
जासं, पड़ाव (चंदौली) : शहीद अवधेश के पार्थिव शरीर के पहुंचने से लेकर अंतिम संस्कार तक में इतना कुछ हुआ जिसे शब्दों में समेटना शायद किसी के लिए संभव नहीं होगा ..। लेकिन इस तस्वीर को जरा गौर से देखिए, जो अपने जिगर के टुकड़े से शायद कई सवाल करती नजर आ रही है। मेरी नजर में पिता शायद यही कर रहे कि फौजी का मजबूत कंधा दिखा, बूढ़े कंधे पर इतनी जिम्मेदारियां क्यों छोड़ गए मेरे लाल?
जी हां, बेटा के जवान होने पर पिता की जिम्मेदारियां खुद-ब-खुद कम हो जाती हैं। हरिकेश का बेटा तो फौजी बनकर भारत मां की सुरक्षा में लग गया था। अवधेश तो कहते भी रहते कि पिता जी सबकुछ मुझपर छोड़ दीजिए, मैं सबकुछ संभाल लूंगा। बीते मंगलवार को ही हरिकेश ने अपना निर्णय बदला, छोटे भाई की शादी की जिम्मेदारी सौंपी थी। निर्णय हुआ कि अबकी घर बनवाने की दिशा में प्रयास होगा फिर बृजेश की बरात उठेगी। लेकिन यह क्या? नियति को कुछ और ही मंजूर था जिसके आगे सब बेबस हो गए। उन्होंने बातचीत में इस बारे में जानकारी भी दी थी। शनिवार को शहीद बेटे के पार्थिव शरीर के सामने खड़े हुए तो उनके चेहरे पर इतने सवाल नजर आए, जिसे पढ़कर हजारों की भीड़ एकबारगी खामोश पड़ गई।