जर्जर विद्यालय भवन, हादसे को दावत
सैदूपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम के परिसर मे स्थित प्राचीन भवन के जर्जर हो जाने से दुर्घटना की आशंका बराबर बनी रहती है। कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। हालांकि प्राचीन भवन मे शिक्षण कार्य नहीं होता है। कई बार शिकायत के बाद भी अफसरों की नींद नहीं टूटी।प्राचीन विद्यालय भवन का निर्माण चार दशक पूर्व हुआ था। देखरेख के अभाव में उक्त भवन पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुका है विभाग ने भी भवन को निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया है।
जासं, इलिया (चंदौली) : सैदूपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम के परिसर में स्थित प्राचीन भवन के जर्जर होने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। भवन कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। हालांकि प्राचीन भवन में शिक्षण कार्य नहीं होता है। कई बार शिकायत के बाद भी अफसरों की नींद नहीं टूटी। प्राचीन विद्यालय भवन का निर्माण चार दशक पूर्व हुआ था। देखरेख के अभाव में भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है, विभाग ने भी भवन को निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया है।
वैसे तो बच्चों को बैठने के लिए नए भवन का निर्माण करीब एक दशक पूर्व हो चुका है। बावजूद इसके अभिभावक जर्जर भवन को लेकर भयभीत रहते हैं। अधिकांश बच्चे भोजनावकाश के समय जर्जर भवन में खेलने चले जाते हैं। निष्प्रयोज्य घोषित भवन को ढहाने के लिए विभाग सुधि नहीं ले रहा है। प्रधानाध्यापक गफ्फार ने बताया कि भवन को गिराने के बाबत उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है।