दो पालियों में स्कूल चलाने के निर्णय पर माध्यमिक शिक्षकों ेने दिया धरना
जागरण संवाददाता चंदौली माध्यमिक स्कूलों में दो पालियों में पढ़ाई के फैसले के खिलाफ शिक्षक
जागरण संवाददाता, चंदौली : माध्यमिक स्कूलों में दो पालियों में पढ़ाई के फैसले के खिलाफ शिक्षक लामबंद हो गए हैं। इसके खिलाफ शिक्षकों ने बुधवार को तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि यह शासन की गलत नीति है। इसकी वजह से उन्हें 12 घंटे ड्यूटी करनी होगी। चेताया कि यदि इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन के लिए विवश होंगे।
सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष व पूर्व एमएलसी चेतनारायण सिंह के आह्वान पर शिक्षकों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। इस दौरान मांगे पूरी होने तक विरोध करने का निर्णय लिया। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री त्रिभुवन सिंह ने बताया कि शासन ने दो अगस्त 2021 को पठन पाठन को लेकर नया शासनादेश जारी किया है। इसके तहत सुबह 8 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक विद्यालय में 2 पालियों में रहकर शिक्षण कार्य कराने का निर्देश दिया गया है। ऐसे में शिक्षकों को 12 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ रही है। इसके साथ ही दो घंटा पूर्व घर से तैयार होकर निकलना होगा। शाम को दो घंटे बाद पहुंच रहा है।महिला शिक्षिकाओं को काफी समस्या हो रही है। आक्रोशित शिक्षक संघ ने शासन के फरमान को लेकर विरोध शुरू कर दिया है। प्रांतीय अध्यक्ष के आह्वान पर कार्य बहिष्कार करते हुए शासन से शासनादेश को वापस लेने की मांग की गई । डाक्टर प्रमोद पांडेय, प्रधानाचार्य डाक्टर एसके लाल, त्रिभुवन सिंह, जेपी शर्मा उपस्थित थे। ताराजीवनपुर प्रतिनिधि के अनुसार : माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में सदलपुरा स्थित गांधी राष्ट्रीय इंटर कालेज के शिक्षकों ने पठन-पाठन ठप कर विरोध प्रदर्शन किया गया। राजकुमार खरवार, मिथिलेश कुमार सिंह, उमेश सिंह, विनोद प्रजापति, अवधेश मिश्रा, अशोक कुमार रहे। शहाबगंज प्रतिनिधि के अनुसार : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गांधी स्मारक इंटर कालेज के शिक्षकों ने भी कार्य बहिष्कार किया। ओमप्रकाश सिंह, अरविद कुमार सिंह, डाक्टर मीरा राय, एमाउद्दीन, अनिल कुमार रहे। सैयदराजा प्रतिनिधि के अनुसार : कार्य अवधि बढ़ाए जाने से मुखर शिक्षकों ने नेशनल इंटर कालेज में विरोध प्रदर्शन किया। दो पालियों में काक्षाओं के संचालन के निर्णय को गलत बताते हुए वापस लेने की मांग की। उप प्रधानाचार्य डाक्टर उमेशचंद्र तिवारी, आनन्द प्रकाश सिंह, अर्पण सिंह, चंद्रशेखर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, अजय कुमार झा रहे।