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शाम ढलते ही सड़क हो जाती वीरान

लाखों रुपये की लागत से बनी पड़ाव-साहूपुरी मार्ग की उपयोगिता में दिन में ही बची रह गई है। मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था न होने से शाम ढलते ही लोगों की आवाजाही ठप होने से सड़क पर वीरानी छा जाती है। ग्रामीणों ने कई बार स्ट्रीट लाइन लगाने की मांग उठाई लेकिन उसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 06:06 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 06:06 PM (IST)
शाम ढलते ही सड़क हो जाती वीरान
शाम ढलते ही सड़क हो जाती वीरान

जागरण संवाददाता, पड़ाव (चंदौली) : लाखों रुपये की लागत से बनी पड़ाव-साहूपुरी मार्ग की उपयोगिता सिर्फ दिन में ही बची है। मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था न होने से शाम ढलते ही लोगों की आवाजाही ठप होने से सड़क पर वीरानी छा जाती है। ग्रामीणों ने कई बार स्ट्रीट लाइन लगाने की मांग उठाई लेकिन उसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका। एक आंकड़े मुताबिक मार्ग से रोजाना सैकड़ों की तादाद में लोग गुजरते हैं।

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पड़ाव-साहूपुरी मार्ग से चौरहट, बखरा, व्यासपुर, नीबूपुर ,चांदीतारा, गौरइया, फत्तेहपुर समेत करीब एक दर्जन गांवों के लोगों का मुख्य मार्ग है। सैकड़ों ग्रामीण इस मार्ग से ही जीविकापार्जन के लिए आते-जाते हैं। दिन के उजाले में तो सबकुछ ठीक रहता लेकिन शाम ढलने से पूर्व ही घरों में पहुंच जाते हैं। दरअसल, शाम में कई अपराधिक घटनाएं भी हो चुकी हैं। अंधेरा होने के कारण पैदल यात्री व साइकिल सवार आए दिन गिरकर चोटिल होते रहते हैं। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन से स्ट्रीट लाइन लगाने की कई बार मांग उठाई लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। हालांकि, नेता आश्वासन देने से बाज कभी नहीं आए। बरसात के दिनों में मार्ग के दोनों तरफ झाड़-झंखाड़ होने से जहरीले सांप सड़क पर घूमते नजर आ जाते हैं। सीआरपीएफ कैंप व वेदव्यास व्यास मंदिर का रास्ता भी इसी मार्ग से होकर पहुंचता है।


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