सुहाने मौसम में पर्यटन स्थल गुलजार, वाहनों की लगी कतार
बरसात मामूली ही सही। रिमझिम बरसात के बीच मौसम सुहाना हो तो गर्मी से हाल परेशान हुए सैलानी पर्यटन स्थलों की ओर कूच न करें यह भला कैसे हो सकता है। जी हां सावनी फुहारों के बीच हरे- भरे जंगलों पहाड़ों को नजदीक से निहारने के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में सैलानी लतीफशाह बीयर तट पर पहुंचे।
जासं, चकिया (चंदौली) : बरसात मामूली ही सही। रिमझिम बरसात के बीच मौसम सुहाना हो और गर्मी से परेशान सैलानी पर्यटन स्थलों की ओर कूच न करें, यह भला कैसे हो सकता है। जी हां, सावनी फुहारों के बीच हरे- भरे जंगलों, पहाड़ों को नजदीक से निहारने के लिए शनिवार को बड़ी संख्या में सैलानी लतीफशाह बीयर तट पर पहुंचे।
यूं तो कई दिनों पूर्व से ही लतीफशाह बीयर तट पर सैलानियों की आम दरफ्त बढ़ गई है। जनपद के अलावा समीपवर्ती बिहार प्रांत, वाराणसी, सोनभद्र, भदोही से सैलानियों का आना शुरू हो गया है। कारण, बरसात होते चंद्रप्रभा समेत यह वादियां खिलखिला उठी हैं। इस रमणीय स्थल पर पहुंचने को लोग खासकर इस मौसम में बेताब हो जाते हैं। यहां सैलानियों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि राजदरी जलप्रपात पर पहुंचने के लिए भारी भरकम शुल्क के चलते इस सुहाने मौसम का आनंद लेने के लिए सैलानियों का रुख लतीफशाह बीयर तट की ओर जा टिका है। सैलानी बड़ी संख्या में बीयर तट पर सैर सपाटा के लिए पहुंच रहे हैं। हरे भरे जंगलों, पहाड़ों का लुप्त उठाने को बेताब सैलानी राजदरी-देवदरी के बजाय इस स्थल को काफी उपयुक्त समझ रहे हैं। लतीफशाह बीयर तट पर इन दिनों मेले जैसा ²श्य बन जा रहा है। सैलानी शाकाहारी, मांसाहारी भोजन पकाने, खाने- खिलाने के पूर्व बीयर तट में हुए छिद्र से गिरते पानी का लुप्त उठाने से नहीं चूकते। वाहनों की कतार व ठहराव से यह स्थल गुलजार हो गया।