विदेश व गैर प्रांत से आए लोगों की निगरानी करेगी आरबीएसके टीम
विदेश व गैर प्रांत से आए लोगों की निगरानी करेगी आरबीएसके टीम
जासं, चकिया (चंदौली) : विदेश व गैर प्रांत से स्वदेश लौटे लोगों की सेहत की सरकार ने फिक्र की है। इसके तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीम तीन दिन तक शेड्यूल बनाकर क्वारंटाइन स्थलों पर पहुंचेगी। सेंटर या घर में क्वारंटाइन ऐसे लोगों की सेहत का चिकित्सक परीक्षण करेंगे। टीम की ओर से कोरोना के लक्षण दिखने पर आइसोलेशन वार्ड पहुंचवाने की व्यवस्था कराई जाएगी। एसडीएम और बीडीओ इसका सख्ती से पालन कराएंगे। इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।
दरअसल, कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा गंभीर है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी किया है। ऐसे में महकमा फूंक-फूंककर कदम रख रहा है। कोरोना से जंग जीतने को वाट्सएप पर कोविड-19 चंदौली ग्रुप बनाया गया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अफसर जुड़े हैं। जिले में विदेश व गैर प्रांत से आए लोगों के स्वास्थ्य की जांच हो चुकी है और वे सेंटर या घरों में क्वारंटाइन हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भले ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें क्वारंटाइन करने के लिए घरों को भेज दिया हो, लेकिन प्रशासन इनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। सेंटर या घरों में क्वारंटाइन लोगों की निगरानी का जिम्मा आरबीएसके की टीम को दिया गया है। विभाग के मुताबिक तीन दिन तक टीम यह देखेगी कि क्वारंटाइन लोगों में कहीं खांसी, जुकाम के लक्षण तो नहीं है। यदि लक्षण हैं तो उनकी फिर से जांच होगी, क्योंकि विदेश व गैर प्रांत आए लोगों की प्रथम चरण में थर्मल स्क्रीनिग ही हुई है। चिकित्सकों का मानना कि कोरोना के लक्षण 14 दिन में आमने आते हैं। इसके बाद उस व्यक्ति को दिक्कत महसूस होती है। ऐसे में जांच के दौरान मामला संदिग्ध लगने पर संबंधित व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। इसके साथ ही नमूना जांच को प्रयोगशाला (लैब) बीएचयू भेजा जाएगा। गाइडलाइन के अनुसार एसडीएम व बीडीओ इसका सख्ती से पालन कराने के साथ रिपोर्ट तैयार करेंगे। विदेश व गैर प्रांत से आए लोगों को सेंटर व घरों में क्वारंटाइन किया गया है। इनकी सेहत की जांच को गाइडलाइन जारी की गई है। आरबीएसके की टीम सेंटर या घर पहुंचकर सेहत का परीक्षण करेगी।
-डा. सुजीत सिंह, प्रभारी चिकित्साधिकारी।