रेलवे लाइन किनारे का अतिक्रमण ढहाया
रेल फ्रेट कोरिडोर परियोजना को जिला प्रशासन ने रविवार को सख्ती दिखाते हुए एक दर्जन गांवों में रेलवे लाइन के पास अतिक्रमण ढहा दिया। बुलडोजर, पोकलेन चलाकर मड़ई, हैंडपंप व अन्य भवनों को गिरा दिया गया। कई स्थानों पर विरोध हुआ लेकिन पुलिस कर्मियों के आगे किसी की एक न चली।
जागरण संवाददाता, ताराजीवनपुर (चंदौली) : रेल फ्रेट कोरिडोर परियोजना को जिला प्रशासन ने रविवार को सख्ती दिखाते हुए एक दर्जन गांवों में रेलवे लाइन के पास अतिक्रमण ढहा दिया। बुल्डोजर, पोकलेन चलाकर मड़ई, हैंडपंप व अन्य भवनों को गिरा दिया गया। कई स्थानों पर विरोध हुआ लेकिन पुलिस कर्मियों के आगे किसी की एक न चली। अतिक्रमण हटते ही कार्य में लगी मशीनों ने जमीन को समतल भी कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया, प्रशासन और सरकार किसानों संग सौतेला व्यवहार कर रही।
बनौली खुर्द, डिग्घी, रामपुर, गंजख्वाजा, रेवसा, जलालपुर, मटकुट्टा सहित एक दर्जन गांवों में जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा लेकिन किसान उचित मुआवजे की मांग को लेकर लामबंद हैं। कारिडोर के कर्मी जब-जब कार्य करने गए किसानों के विरोध के आगे उन्हें बैरंग होना पड़ा। काफी दिनों से मशक्कत कर प्रशासन भी पनाह मांग गया था। रविवार को जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन ने रणनीति के तहत बलुआ, सकलडीहा, चंदौली, शहाबगंज, इलिया, नौगढ़, धीना, धानापुर, सैयदराजा, बबुरी सहित अन्य थानों की फोर्स ली और हर गांव में एक-एक थानाध्यक्ष, पीएसी और पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया। स्वयं एसडीएम मुगलसराय आनंद वर्धन और सीओ प्रदीप ¨सह चंदेल, नौगढ़ सीओ नीरज ¨सह, पीएसी व पुलिस कर्मी चक्रमण करने लगे। मशीनों ने कुछ ही देर में मड़ई, हैंडपंप आदि उखाड़ फेंके। इस दौरान तीन स्थानों पर ग्रामीणों ने विरोध किया तो पुलिस कर्मियों ने सख्ती दिखाई और वापस कर दिया।