कोरोना वैक्सीनेशन को दो दिन में डाटा उपलब्ध कराएं निजी अस्पताल
जागरण संवाददाता चंदौली कोरोना वैक्सीन का परीक्षण अंतिम चरण में हैं। ऐसे में शासन ने स्वा
जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना वैक्सीन का परीक्षण अंतिम चरण में हैं। ऐसे में शासन ने स्वास्थ्यकर्मियों के वैक्सीनेशन के लिए आंकड़ा मांगा है। राजकीय चिकित्सालयों में मौजूद चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का आंकड़ा तैयार हो गया है लेकिन निजी अस्पताल संचालक डाटा उपलब्ध कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इससे शासन को रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है। सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव ने बैठक में इस पर गहरी नाराजगी जताई। निजी अस्पताल संचालकों को दो दिनों के अंदर डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। सुस्ती पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
सरकार ने तीन चरणों में कोरोना के टीकाकरण की योजना बनाई है। पहले चरण में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगेगा। दूसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले वरिष्ठ नागरिकों को मौका मिलेगा जबकि तीसरे चरण में आमजन शामिल हैं। पहले चरण के टीकाकरण के लिए चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की रिपोर्ट मांगी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने राजकीय चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का आंकड़ा तो तैयार कर लिया है लेकिन निजी चिकित्सालयों की रिपोर्ट नहीं मिली है। जिले में कुल 187 निजी चिकित्सालयों में मात्र 110 ने अपने चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की रिपोर्ट ही उपलब्ध कराई है। इससे शासन को रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है। सीडीओ बोले, यह घोर लापरवाही है। निजी अस्पताल संचालक दो दिनों के अंदर आंकड़ा उपलब्ध करा दें, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कोरोना काल में अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं होनी चाहिए। सफाई के साथ दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। वहीं चिकित्सकों की उपस्थिति भी अनिवार्य है। सीएमओ डा. आरके मिश्रा ने कहा, निजी अस्पतालों को इसके बाबत पत्र भेजा गया है। निर्धारित अवधि के अंदर सूचना नहीं दी तो कार्रवाई तय है।