विद्यालय की चहारदीवारी टूटी, परिसर असुरक्षित
तमाम प्रयासों के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही। कहीं अभी तक चहारदीवारी नहीं बन पाई तो कहीं विद्यालय की टूटी दीवार शिक्षक और छात्रों के लिए मुसीबत बन गई है। नजीर के तौर पर ब्लाक के नौडिहा गांव के प्राथमिक विद्यालय को ही लें तो चहारदीवारी ध्वस्त होने से बच्चों परिसर में रोपित पौधों की सुरक्षा को लेकर शिक्षकों
जासं, शहाबगंज (चंदौली): तमाम प्रयासों के बावजूद परिषदीय विद्यालयों में दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही। कहीं अभी तक चहारदीवारी नहीं बन पाई तो कहीं विद्यालय की टूटी दीवार शिक्षक और छात्रों के लिए मुसीबत बन गई है। नजीर के तौर पर ब्लाक के नौडिहा गांव के प्राथमिक विद्यालय को ही लें तो चहारदीवारी ध्वस्त होने से बच्चों, परिसर में रोपित पौधों की सुरक्षा को लेकर शिक्षकों की चिता बढ़ गई है। विभाग में शिकायत के बावजूद शिक्षाधिकारी जीर्णोद्धार के लिए कदम नहीं उठा रहे हैं।
दरअसल, शासन ने गांव-गिरांव के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षित करने के लिए परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में दो वर्ष पूर्व व्यवस्था की है। चुनिदा स्कूलों को इंग्लिश मीडियम का दर्जा दिया गया। यहां भी कक्षा तीन से पांच तक इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई होती है। ऑपरेशन कायाकल्प योजना के तहत विद्यालय को संवारने के लिए कई काम कराए गए। रंग- रोगन, शिक्षण कक्षों का मरम्मत भी हुआ। चहारदीवारी बना कर परिसर को सुरक्षित किया गया। अभिभावकों के मुताबिक, जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए मई माह में परिसर में मिट्टी की भराई ग्राम पंचायत की ओर से कराई गई। विद्यालय का मुख्य गेट सकरा होने के चलते ट्रैक्टर उसमें प्रवेश नहीं कर पा रहा था तो चहारदीवारी का एक हिस्सा तोड़वा दिया गया। दशा यह कि विद्यालय परिसर में पढ़ाई के दौरान पशु प्रवेश कर जाते हैं। प्रधानाध्यापक ने इसकी शिकायत विभाग व खंड विकास अधिकारी से की लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। अभिभावकों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है।
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वर्जन..
नौडिहा में विद्यालय की चहारदीवारी क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है। प्रधान व ग्राम सचिव से वार्ता कर ध्वस्त चहारदीवारी की मरम्मत करा दी जाएगी। ताकि शिक्षक व बच्चों को परेशानी न हो।
प्रकाशचंद्र यादव, बीईओ