पॉलिटेक्निक कॉलेज निर्माण में गड़बड़ी, हो जांच
क्षेत्र के सिहावल में लगभग बीस करोड़ सोलह लाख में बना पॉलिटेक्निक कॉलेज में मानक के अनुरूप कार्य न होने से छात्र छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानाचार्य के के श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 200
जासं, धानापुर (चंदौली): सिहावल में लगभग बीस करोड़ सोलह लाख में बना पॉलिटेक्निक कॉलेज में मानक के अनुरूप कार्य न होने से छात्र छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 2008 से धानापुर सिहावल के नाम से जौनपुर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में कक्षाएं चल रही थी। इस वर्ष जल्दबाजी में जुलाई सत्र से कक्षाएं शुरू तो कर दी गयी। लेकिन कॉलेज भवन, छात्रावास, प्रधानाचार्य आवास, पानी टंकी आदि के निर्माण कार्य में मानक की अनदेखी की गई है। यहां तक कि पार्क और खेल मैदान का निर्माण ही नहीं किया गया। प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव का आरोप है कि करोड़ों रुपये वारा न्यारा हो गया। इसकी जांच होनी चाहिए। पूरा परिसर गंदगी और घास फूस से भरा हुआ है भवनों में जाने के लिए रास्ते नहीं हैं। कॉलेज का मुख्य मार्ग भी काफी खराब है। सुविधाओं के अभाव में पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। प्रधानाचार्य ने बताया विभिन्न समस्या को जिलाधिकारी के सामने प्रस्तुत किया जाएगा जिससे सुचारू रूप से कक्षाएं संचालित हो सके। कार्यशाला में एक भी इंस्ट्रक्टर नहीं
पॉलिटेक्निक कॉलेज में कक्षाएं तो शुरू हो गई लेकिन अध्यापकों की कमी के कारण कक्षाएं सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पाई हैं। कार्यशाला में तो एक भी इंस्ट्रक्टर नहीं है और न ही पर्याप्त कार्यालय एवं अन्य स्टाफ ही हैं।। दो संस्थाओं में 423 छात्रों का नामांकन
पॉलिटेक्निक कॉलेज में महामाया पॉलिटेक्निक कॉलेज ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और संत रविदास राजकीय पॉलिटेक्निक दो संस्थाएं संचालित हो रही हैं। इसमें कुल 423 छात्र पढ़ते हैं। छात्रावास में 140 छात्र और 35 छात्राएं रहती है। इलेक्ट्रॉनिक इंजीनि¨रग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनिय¨रग, स्ट्रुमेंटेंशन एन्ड कंट्रोल ट्रेड संचालित होते हैं।