परवान नहीं चढ़ पा रहा स्वच्छ भारत मिशन का सपना
ग्रामीणों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का आवंटन किया जा रहा है लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते मिशन कामयाब होता नहीं दिख रहा है। पहली किस्त मिलने पर शौचालय का आंशिक निर्माण तो हुआ लेकिन दूसरी किस्त नहीं मिल पाई। इससे शौचालय का निर्माण अधूरा रह गया। विकास क्षेत्र के बरबसपुर महादेवपुर आदि गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले वर्ष ग्रामीणों को शौचालय का आवंटन किया गया था। पहली किस्
जासं, नौगढ़ (चंदौली) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का निर्माण अधिकारियों की उदासीनता के चलते परवान नहीं चढ़ पा रहा है। ग्रामीणों को शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि दिए जाने के मामले में भारी अनियमितता बरती जा रही है। जिससे कई लाभार्थियों को शौचालय सालभर से अधूरा पड़ा हुआ है। इसके लिए वह ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के यहां का चक्कर काटने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का आवंटन किया जा रहा है। लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते मिशन कामयाब होता नहीं दिख रहा है। पहली किस्त मिलने पर शौचालय का आंशिक निर्माण तो हुआ, लेकिन दूसरी किस्त नहीं मिल पाई। इससे शौचालय का निर्माण अधूरा रह गया।
विकास क्षेत्र के बरबसपुर, महादेवपुर आदि गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले वर्ष ग्रामीणों को शौचालय का आवंटन किया गया था। पहली किस्त जारी कर दी गई। कमोड सहित दीवार बनाने के बाद लाभार्थी दूसरी किस्त के लिए ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के यहां चक्कर काट रहे हैं। एक वर्ष व्यतीत होने के बाद भी धनराशि निर्गत नहीं की गई। इसके चलते अधूरे बने शौचालय की दीवारों पर पौधे उग गए हैं। लाभार्थियों ने बताया कि शौचालय पूर्ण नहीं होने से खुले में शौच करना विवशता है।