तकनीकी समिति के सत्यापन पर ही होगा भुगतान
मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन सभागार में सिचाई बंधु की बैठक हुई। इसमें किसानों की सिचाई की समस्या को लेकर चर्चा हुई। सीडीओ ने नहरों की सिल्ट सफाई की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए। बोले तकनीकी समिति के सत्यापन के बाद भुगतान किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चंदौली : मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन सभागार में सिचाई बंधु की बैठक हुई। इसमें किसानों की सिचाई की समस्या को लेकर चर्चा हुई। सीडीओ ने नहरों की सिल्ट सफाई की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए। बोले, तकनीकी समिति के सत्यापन के बाद भुगतान किया जाएगा।
किसानों का कहना रहा कि नहरें और माइनरें सिल्ट से पटी हुई हैं। इसके चलते टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा। सिचाई को गांवों में लगाए गए नलकूप बिजली के अभाव में ठप पड़े हैं। सिचाई विभाग की ओर से नहरों की सिल्ट सफाई के नाम पर सालाना लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा। किसान दिवस में हर बार मुद्दा उठता है। अधिकारी समस्याओं के निस्तारण का भरोसा देते हैं। लेकिन कोई पहल नहीं की जाती। सीडीओ ने समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया। बोले, नहरों की सिल्ट सफाई कराई जाएगी। सिचाई विभाग की ओर से नहरों को चिह्नित कर सफाई कराई जाए। ताकि किसानों के खेतों तक नहरों व माइनरों का पानी पहुंच सके। नहरों की सिल्ट सफाई के दौरान वीडियोग्राफी कराई जाए। वीडियो का अवलोकन कर कार्य की गुणवत्ता परखी जाएगी। तकनीकी समिति गठित कर कार्यों की जांच कराई जाएगी। इसके बाद भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बिजली व नलकूप विभाग के अधिकारियों को ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी दूर कर जल्द चालू कराने के निर्देश दिया। कहा नलकूपों की खराब मशीनों और ट्रांसफार्मर को तत्काल बदल दिया जाना चाहिए। इसमें लापरवाही कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीडीओ पदमकांत शुक्ला, कृषि उपनिदेशक विजय सिंह, जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार भारती, एक्सईएन विद्युत एके शुक्ला, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह मौजूद थे।