खेतों में जलाई जा रही पराली
न्यायालय के रोक के बाद भी खेतों में बेधड़क धान की पलारी जलाई जा रही। कस्बा सहित के गांवों में पराली पर रोक लगाने को जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया।
By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 10:51 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 10:51 PM (IST)
जासं, बबुरी (चंदौली) : न्यायालय की रोक के बाद भी खेतों में बेधड़क धान की पराली जलाई जा रही। कस्बा व गांवों में पराली पर रोक लगाने को जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया। रविवार को अन्नदाताओं ने हार्वेस्टर से कटाई के बाद खेत में पड़ी पराली में आग लगा दी। इन दिनों बड़े पैमाने पर धान की कटाई हार्वेस्टर से हो रही है। अवशेष को जलाने से रोकने के लिए कृषि विभाग मूकदर्शक बना है। धुआं हवा में घुलने के साथ लोगों की सेहत को प्रभावित कर रहा है। दमा के रोगी परेशान तो हैं ही, खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। कृषि विभाग इसे रोकने को लेकर पहल नहीं कर रहा है, इससे पर्यावरण विद खासे नाराज हैं।
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