निराश्रितों की अंत्येष्टि के लिए पंचायतें देंगी पांच हजार
निराश्रितों की अंत्येष्टि को पंचायतें देंगी पांच हजार
जासं, सैयदराजा (चंदौली) : कोरोना संकटकाल में योगी सरकार ने गांव देहात के गरीबों को बड़ी राहत दी है। पैसे के अभाव में किसी का अंतिम संस्कार नहीं रुकेगा। ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव पीड़ित परिवार को अंत्येष्टि के लिए तत्काल पांच हजार रुपये देंगे। किसी गरीब परिवार के पास बीमारी के इलाज के लिए पैसे नहीं हैं तो उसे दो हजार रुपये दिए जाएंगे।
किसी परिवार के पास खाने के लिए कुछ नहीं है तो उसे भी प्रधान व सचिव एक हजार रुपये देंगे। ग्राम निधि के राज्य वित्त आयोग खाते से इसकी पूर्ति होगी। मॉनीटरिग जिला पंचायत राज अधिकारी करेंगे। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दो माह से ज्यादा समय तक लॉकडाउन चला। इस अवधि में अधिकतर उद्योग-धंधे व कारोबार बंद हो गए। बड़े शहरों से प्रवासी मजदूर अपने गांव लौट आए हैं। गांव में आय का खास जरिया नहीं होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। तमाम लोगों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे लोगों के मदद के लिए प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है गांव में कोई परिवार भुखमरी की कगार पर है तो पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान उसे एक हजार रुपये देंगे। राशन के लिए परिवार का कार्ड बनवाएंगे। कोई गरीब परिवार आर्थिक तंगी की वजह से किसी का इलाज नहीं करा पा रहा है तो सरकार उसे दो हजार रुपये देगी। उस परिवार के भविष्य के लिए आयुष्मान भारत व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में कार्ड बनवाने का इंतजाम करेंगे। मृतक परिवार में कोई सदस्य नहीं है तो अंत्येष्टि की व्यवस्था भी पंचायत करेगी। डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि शासन का निर्देश सभी बीडीओ, एडीओ और सचिवों को भेजा जा चुका है।