दोगुनी हो गई धान की खरीद, 11 हजार किसान कतार में
सरकार के अन्नदाताओं की आय दोगुनी कर अच्छे दिन लाने की दिशा में की गई पहल का असर दिखने लगा है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: सरकार के अन्नदाताओं की आय दोगुनी कर अच्छे दिन लाने की दिशा में की गई पहल का असर दिखने लगा है। धान का समर्थन मूल्य बाजार की अपेक्षा अधिक होने से किसानों का रुझान बढ़ा है। सरकार के इस प्रयास ने धान की खेती से मुंह मोड़ रहे किसानों को उत्साहित किया है। जनपद में धान की खरीद पर गौर करें तो किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर उत्पाद बेचने को प्राथमिकता दे रहे हैं। यही कारण है कि जनपद में अभी तक 1010066 क्विटल धान की खरीद हो चुकी है, जबकि पिछले साल महज 51197 क्विटल ही धान खरीदा गया था। इतना ही नहीं, लगभग 11 हजार किसान पंजीकरण कराकर अभी कतार में हैं।
जनपद में 85 हजार टन धान खरीद का लक्ष्य है। इसके लिए नौ क्रय एजेंसियों के 142 केंद्र खोले गए थे। जिले में अब तक लक्ष्य से अधिक खरीद कर ली गई है, जबकि शासन द्वारा 28 फरवरी तक खरीद की तिथि निर्धारित है। किसानों का रुझान बढ़ने का कारण अधिक समर्थन मूल्य बताया जा रहा है। बाजार में दुकानदार जहां 1200 से लेकर 1500 रुपये में प्रति क्विटल धान खरीद रहे हैं, वहीं केंद्रों पर 1868 रुपये भुगतान किया जा रहा है। क्रय केंद्रों पर नहीं खरीदा जा रहा धान
मड़ियाहूं : विकास खंड के धान क्रय केंद्रों पर धान न खरीदे जाने से किसान परेशान हैं। शासन-प्रशासन के आदेश का भी असर केंद्र प्रभारियों पर नहीं है। एक माह के पंजीकरण कराकर किसान कादीपुर विपणन केंद्र तथा कादीपुर डीसीएफ क्रय केंद्र का चक्कर काट रहे हैं। किसानों का आरोप है रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी खरीद नहीं हो रही है। 78.53 करोड़ का भुगतान शेष
जौनपुर: खरीदे गए धान का भुगतान 72 घंटे के अंदर किसानों के खाते में भेजना है, लेकिन जिले में अभी 110.15 करोड़ रुपये की खरीद में 78.53 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों का शेष है।
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प्राथमिकता के आधार पर खरीदा जा रहा है। जिन किसानों ने अब तक पंजीकरण नहीं कराया है वह जल्द से जल्द पंजीकरण कराकर टोकन ले लें। कोई भी किसान धान बेचने से वंचित नहीं रहेगा।
-दिनेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी।