..अब तुम्हारे हवाले सब कुछ साथियों
भारत मां पर जान न्योछावर करने वाले शहीद अवधेश को उनके बेटे ने माला पहनाकर अंतिम विदाई दी। इस मासूम उम्र पुत्र निखिल की सितंबर में पड़ रहे जन्मदिन को भव्य बनाने की तैयारी अवधेश ने की थी। लेकिन होनी को कौन टाल सकता है?
जासं, पड़ाव चंदौली : भारत मां पर जान न्योछावर करने वाले शहीद अवधेश को उनके बेटे ने माला पहनाकर अंतिम विदाई दी। इस मासूम पुत्र निखिल की सितंबर में पड़ रहे जन्मदिन को भव्य बनाने की तैयारी अवधेश ने की थी। ..लेकिन होनी को कौन टाल सकता है? कल तक सरहद पर भारत मां की सुरक्षा में लगा वीर सपूत कर्तव्य को पूरा करते कभी न जागने वाले चिर निद्रा में सोया तो सबकुछ परिवार, देशवासियों के भरोसे छूट गया। इस नजारे को जिसने देखा वह कांप उठा। मासूम को तो पता भी नहीं था, उसके सिर से पिता का साया उठ चुका था। लेकिन होनी को क्या वह तो होकर रहेगी, मासूम के साथ भी ऐसा हुआ तो वहीं किया, दूसरी घटनाओं की तरह कोसते रहे।