नक्सलियों की उत्तर प्रदेश में चहलकदमी, ग्राम प्रधान से मांगा चंदा
हथियारबंद नक्सली यूपी के जंगलों में घुस आए हैं। सच्चाई से पर्दा तब उठा जब पहाडिय़ों पर डेरा जमाने के बाद बोदलपुर प्रधान से चंदे की मांग की गई।
चंदौली (जेएनएन)। हथियारबंद नक्सली यूपी के जंगलों में घुस आए हैं। खुफिया विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। सनसनीखेज सच्चाई से पर्दा उठा, जब पहाडिय़ों पर डेरा जमाने के बाद बोदलपुर के ग्राम प्रधान से चंदे की मांग की गई। चरवाहों ने नक्सल मूवमेंट की पुष्टि की तो फोर्स ने जंगलों में मोर्चा संभाल लिया। हालांकि, पुलिस प्रशासन अब भी मामले को प्रधानी विवाद से जोड़कर देख रहा है। सुकमा कांड के बाद नक्सलियों के यूपी में प्रवेश करने की आशंका से पुलिस भी इन्कार नहीं कर रही है। सतर्कता के मद्देनजर पुलिस ने आसपास जंगलों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
दो संदिग्ध बंदूकधारियों ने चंदा मांगा
चंदौली के चकिया के जंगलों से सटे पहाडिय़ों के किनारे बोदलपुर गांव है। यहां के ग्राम प्रधान प्रदीप वनवासी से तीन दिन पूर्व दो संदिग्ध बंदूकधारियों ने चंदे की डिमांड की थी। प्रदीप ने दो टूक इन्कार करते अपने दूसरे काम में जुट गए। उनके दिमाग में नक्सलियों के गिरोह की बात दूर-दूर तक नहीं थी। जानकारी के मुताबिक चरवाहे पहाडिय़ों पर गए तो उन्हें दर्जन भर बंदूकधारी नजर आए। उन्होंने ग्राम प्रधान के चंदा न देने की बात चरवाहों से दोहराते सबक सिखाने की बात कही। उनकी बातचीत देख चरवाहे आसन्न खतरे को भांप ग्राम प्रधान को इत्तला दी। सच्चाई जानकर ग्राम प्रधान की ओर से इलाकाई दारोगा के जरिए बात एसपी तक पहुंची।
एसपी खुद मौके पर पहुंचे
मामले की गंभीरता को समझते हुए एसपी खुद मौके पर जा धमके। सीआरपीएफ, पुलिस के जवानों को कांबिंग में लगाते हुए अगले आदेश तक जमे रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि ग्राम प्रधान से चंदा मांगने के मामले को खारिज कर दिया है। एक अन्य सवाल के जवाब में चंदा मांगने की बात भी स्वीकारी लेकिन उसे ग्राम प्रधानी के विवाद का मामला बताए। बोले सतर्कता के दृष्टिगत फोर्स कांबिंग कर रही है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने सुकमा कांड के बाद नक्सलियों के प्रवेश की आशंका तो जताई है।