शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे नौनिहाल, शिक्षक ढूंढ़कर कराएंगे दाखिला
जागरण संवाददाता चंदौली अब कोई भी बच्चा गरीबी अथवा अपने अनाथपन की वजह से शिक्षा से वंचित नह
जागरण संवाददाता, चंदौली : अब कोई भी बच्चा गरीबी अथवा अपने अनाथपन की वजह से शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। शिक्षा विभाग ने ऐसे बच्चों को खोजने के लिए 'शारदा हर दिन स्कूल आएं' अभियान का पहला चरण शुरू कर दिया है। दूसरा चरण 15 नंवबर से शुरू होगा। शिक्षक गांव-गांव जाकर शिक्षा से वंचित बच्चों को चिह्नित करेंगे। उनका दाखिला स्कूलों में कराया जाएगा। पहल से स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ेगा। वहीं कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। सरकार शिक्षा पर काफी जोर दे रही है। इसके बाद भी बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। स्कूलों में उनका दाखिला नहीं हो पाता है। इस वजह से बंधुआ मजदूरी व अन्य कार्यों में ही उनका बचपन बीत रहा है। आगे चलकर बच्चों के कदम अपराध की ओर बढ़ जाते हैं। सरकार ने ऐसे बच्चों को खोजकर स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए दो साल पहले शारदा एप्लिकेशन लांच किया था। हालांकि यह पहल बहुत कारगर नहीं साबित हो पा रही। ऐसे में शिक्षा विभाग ने बच्चों का दाखिला कराने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। पहले चरण की शुरूआत हो भी चुकी है। इस दौरान स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को ढूंढा जा रहा है। उनका दोबारा स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। 15 नवंबर से चलने वाले दूसरे चरण में ईंट भट्ठे, खदान में काम करने वाले अथवा गांवों से पलायन करने वाले बच्चों का नामांकन कराया जाएगा। वहीं एक जुलाई 2021 तक पांच साल की आयु पार कर चुके आंगनबाड़ी आने वाले बच्चों का परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक में नामांकन कराया जाएगा। ड्राप आउट बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए विभाग ने लक्ष्य निर्धारित किया है। बच्चों के नामांकन की पूरी डिटेल शारदा एप्लिकेशन पर अपलोड की जाएगी।
अमान्य विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को निकालने का लक्ष्य
विशेष अभियान के दौरान अमान्य स्कूलों में नाम लिखवाकर शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को भी निकाला जाएगा। उन्हें प्रोत्साहित कर परिषदीय स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। वहीं बिना मान्यता स्कूल चलाने वाले संचालकों पर भी कार्रवाई होगी। वर्जन ----
विशेष अभियान के तहत शिक्षा से वंचित बच्चों को ढूंढ़कर स्कूलों में दाखिला कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसको लेकर सभी बीइओ को निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए