कंट्रोल रूम से हुई निगरानी, मजिस्ट्रेट रहे सक्रिय
बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में केंद्रों का आनलाइन प्रसारण कर परीक्षा की निगरानी की गई। वहीं जोनल सेक्टर स्टैटिक मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षकों ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। सचल दस्ता की पांच टीमें भी लगातार परीक्षा केंद्रों का चक्रमण करती रहीं।
जासं, चंदौली : बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में केंद्रों का ऑनलाइन प्रसारण कर परीक्षा की निगरानी की गई। वहीं जोनल, सेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेट और पर्यवेक्षकों ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। सचल दस्ता की पांच टीमें भी लगातार परीक्षा केंद्रों का चक्रमण करती रहीं।
शासन की मंशा के अनुरूप सीसीटीवी कैमरा व वॉयस रिकार्डर के जरिए बोर्ड परीक्षा की निगरानी की जा रही है। सभी केंद्रों को सीसीटीवी कैमरा व वॉयस रिकार्डर से लैस कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार राउटर के जरिए सभी परीक्षा केंद्रों को आपस में जोड़ दिया है। इसके जरिए कंट्रोल रूम में परीक्षा की गतिविधियों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय स्थित महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज और राज्यस्तर पर लखनऊ में कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। कंट्रोल रूम में दो बड़ी एलईडी टीवी लगाई गई हैं। अधिकारी-कर्मचारी परीक्षा केंद्रों का कोड डालकर राउटर के जरिए लाइव प्रसारण देखते रहे। हालांकि इस दौरान कहीं नकल का मामला सामने नहीं आया। इसके अलावा पांच जोनल और 19 सेक्टर मजिस्ट्रेट केंद्रों का जायजा लेते रहे। वहीं पांच संवेदनशील और पांच अतिसंवेदनशील केंद्रों पर 10 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहे। डीआइओएस, बीएसए, डायट प्राचार्य और लेखाधिकारियों के नेतृत्व में उड़न दस्ता की पांच टीमें भी सक्रिय रहीं। कड़ाई के चलते सैकड़ों परीक्षार्थियों ने परीक्षा से किनारा कर लिया।