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माथा पच्ची के बाद सरगना शेरू पर केस दर्ज

पशुओं की तस्करी में बॉर्डर पर सक्रिय गैंग का सरगना शेरू अंसारी अब पुलिस के निशाने पर आया। पुलिस ने उसके विरुद्ध तस्करी कराने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दबिश के लिए पुलिस की पांच टीम तो बना दी गई, लेकिन ठिकाना समीपवर्ती बिहार प्रांत में होने के चलते गिरफ्तारी में पेंच फंस गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 08:51 PM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 08:51 PM (IST)
माथा पच्ची के बाद सरगना शेरू पर केस दर्ज
माथा पच्ची के बाद सरगना शेरू पर केस दर्ज

जासं, इलिया (चंदौली) : पशुओं की तस्करी में बॉर्डर पर सक्रिय गैंग का सरगना शेरू अंसारी पुलिस के निशाने पर आया। पुलिस ने उसके विरुद्ध गुरुवार को तस्करी कराने का मुकदमा दर्ज किया। दबिश को पुलिस की पांच टीम तो बना दी गई, लेकिन ठिकाना समीपवर्ती बिहार प्रांत में होने के चलते गिरफ्तारी में पेंच फंस गया। चूंकि अंतरप्रांतीय सीमा के भीतर जाने के लिए पुलिस को आइजी की अनुमति लेनी पड़ती है। पुलिस का दावा कि सरगना की बाबत लोकेशन ली जा रही। उसको शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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स्थानीय थाने में सरगना के खिलाफ गत वर्ष फरवरी महीने में पुलिस टीम को कुचलने के प्रयास में मुकदमा दर्ज हुआ था। तब उसकी गिरफ्तारी का प्रयास भी हुआ लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लग सका। तस्करी पर कुछ दिनों के लिए विराम लग गया था। पुलिस महकमा में फेरबदल हुआ तो गिरोह की सक्रियता फिर बढ़ गई। चकिया कोतवाली में तीन अक्टूबर को सरगना के विरुद्ध गोवध व पशु क्रूरता अधिनियम में मुकदमा दर्ज हुआ। अपराध कारित करने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। नतीजा, मालहद गांव में वारदात को अंजाम देने में उसका हाथ सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, गिरोह का हाथ लंबा होने व सफेदपोशों से पकड़ के चलते इलिया पुलिस उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं करने में परेशान रही लेकिन सफलता नहीं मिली। एसपी के निर्देश पर बुधवार की देर रात अंतत: उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया। संदेह के घेरे में खाकी 

मालदह हादसे में मुकदमा दर्ज करने को लेकर खाकी एक बार फिर संदेह के घेरे में आई गई। दरअसल, थाने में दो अलग- अलग मुकदमे दर्ज हैं। घटना में पहले अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में तो घंटों बाद शातिर तस्कर शेरू के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोगों के जेहन सवाल कौंधने लगा है। बिहार पुलिस से समन्वय का अभाव

यूपी-बिहार के सीमावर्ती थानों की पुलिस में समन्वय का घोर अभाव है। इलिया थाने से चंद दूरी पर चांद (बिहार) के शिवरामपुर गांव में ठिकाना बनाए आरोपित सरगना की कब तक होगी, यह फिलहाल भविष्य के गर्त में है। सूत्र तो यहां तक दावा करते कि शेरू घटना को अंजाम देने के बाद दीवान-ए- मुकवा पहाड़ी पर छिप जाता है जहां प¨रदा भी पर नहीं मार सकता। थाना प्रभारी अंकलेश कुमार ¨सह कहते हैं कि पशु तस्करों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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