मां काली मंदिर पर श्रद्धा का संगम
जासं चकिया (चंदौली) : शारदीय नवरात्र में नगर स्थित शक्तिपीठ मां काली जी मंदिर पर श्रद्धा का संग
जासं चकिया (चंदौली) : शारदीय नवरात्र में नगर स्थित शक्तिपीठ मां काली जी मंदिर पर श्रद्धा का संगम देखते ही बन रहा है। हजारों की तादात में नगर समेत दूरदराज से श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगाने के साथ ही मत्था टेक मनौती पूरी करने में लगे हुए हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते मां काली जी का ऐतिहासिक मंदिर स्थल मेले के रूप में तब्दील हो गया है।
शक्ति स्वरूपा मां काली जी तांत्रिक व वैदिक विधि का अछूत शक्तिपीठ हैं। ऐतिहासिक मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की आपात श्रद्धा देखते ही बनती है। यहां शारदीय नवरात्र में मुंडन संस्कार सहित कथा पुराण के आयोजन नियमित होते हैं। मनौती पूरी होने पर लोग श्रद्धा भाव से चढ़ावा चढ़ाते हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से शारदीय नवरात्र में मेले जैसा ²श्य अल सुबह से लेकर देर रात तक बना रहता है। मंदिर प्रांगण में माला फूल, अगरबत्ती, चुनरी, नारियल की दुकानों के अलावा चाट पकौड़ी, खिलौने की अस्थाई दुकानें सज जाती है। दुकानदारों को पूरे वर्ष शारदीय नवरात्र का इंतजार बेसब्री से रहता है। दुकानदारों का कहना है कि वर्ष में दो दफा पड़ने वाले नवरात्र में दुकान लगाकर अच्छी खासी आमदनी एकत्र कर लिया जाता है। बहरहाल श्रद्धा का संगम यहां रिश्तों को जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शादी विवाह तय करने के साथ ही वर व कन्या को एक दूसरे को देखने जैसे रीति रिवाज को अमली जामा पहनाए जाने का कार्य किया जाता है।