लखनऊ बी फ्लाई ओवर का नक्शा पास, डीएफसीसी करेगी निर्माण
जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर (चंदौली) आठ किमी लंबे लखनऊ बी रूट फ्लाई ओवर का नक्
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : आठ किमी लंबे लखनऊ बी रूट फ्लाई ओवर का नक्शा पास हो गया है। इससे वाराणसी व लखनऊ को जोड़ा जाएगा। फ्लाई ओवर का निर्माण हो जाने के बाद मालगाड़ियों के परिचालन की रुकावट दूर हो जाएगी। डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर
(डीएफसीसी) लखनऊ-वाराणसी-प्रयागराज रूट को जोड़ने वाले व्यासनगर स्टेशन के पास मालगाड़ियों के परिचालन में आने वाली दिक्कतें भी खत्म होंगी।
पीडीडीयू जंक्शन यार्ड से व्यासनगर तक आठ किलोमीटर लंबा फ्लाई ओवर बनाया
जाएगा। इसका नक्शा डीएफसीसी के आइएल पूर्वी कारिडोर के महाप्रबंधक अजीत मिश्रा ने लखनऊ मंडल से साझा कर दिया है। निर्माण में लगभग पांच सौ करोड़ रूपये खर्च होंगे। लखनऊ बी फ्लाई ओवर से समय की बचत होगी। वाराणसी लखनऊ
की तरफ रोजाना लगभग 22 से 30 मालगाड़ियां जाती हैं।
पूर्व मध्य रेलवे के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से लगभग दो किलोमीटर दूर व्यासनगर स्टेशन उत्तर रेलवे का हिस्सा है। इस रूट को काफी व्यस्ततम माना गया है। कारण इस स्टेशन से लखनऊ-वाराणसी-पीडीडीयू जंक्शन-इलाहाबाद रूट की ट्रेनें गुजरती हैं। एक साथ अगर तीन रूट की
गाड़ियां स्टेशन पर पहुंचती हैं तो आधे से एक घंटे बाद ही ट्रेनें गुजर पाती हैं। मालगाड़ियों के परिचालन में अधिक रुकावट होती थी, लेकिन जब से डीएफसीसी मालगाड़ियों के लिए लाइन बनाने में लगी है तब से काफी बदलाव हुआ है।
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तीसरी लाइन से जुड़ेगा फ्लाई ओवर
व्यासनगर से उठकर पुल सीधे पीडीडीयू जंक्शन की तीसरी लाइन से गुजरेगा।
हावड़ा की तरफ से आने वाली तीसरी लाइन से मालगाड़ियां पास हो जाएंगी। इलाहाबाद रूट की मालगाड़ियां तीसरी लाइन से गुजर जाती हैं। पुल बनने से व्यासनगर स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी कम हो जाएगा।
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गुजरती हैं 30 से 35 मालगाड़ियां
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल से व्यासनगर स्टेशन होते हुए उत्तर मध्य
रेलवे की तरफ रोजाना 30 से 35 मालगाड़ियां गुजरती हैं। वहीं मंडल से होकर उत्तर रेलवे की तरफ 22 से 30 गाड़ियां जाती हैं। इतनी मालगाड़ियों के
परिचालन में रोड़ा न आए, इसलिए फ्लाई ओवर बनाने की कवायद शुरू की
गई है।
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वर्जन..
फ्लाई ओवर का नक्शा लखनऊ मंडल को बनाकर भेज दिया गया है। इसके निविदा की प्रक्रिया की जा रही है। लगभग पांच सौ करोड़ की लागत से तीन साल में कार्य पूरा हो जाएगा।
अजीत मिश्रा, महाप्रबंधक, डीएफसीसी आइएल पूर्वी कारिडोर