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भगवान श्रीराम सामाजिक समरसता के ध्वजवाहक

आल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में बुधवार को सिकंदरपुर स्थित राष्ट्रीय सेवा विद्यालय परिसर में भोजपुरी लोक साहित्य के कवि स्वर्गीय राम जियावन दास बावला की स्मृति में सामाजिक समरसता व्याख्यानमाला हुई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 09:27 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 09:27 PM (IST)
भगवान श्रीराम सामाजिक समरसता के ध्वजवाहक
भगवान श्रीराम सामाजिक समरसता के ध्वजवाहक

जासं, चकिया (चंदौली) : ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा की ओर से बुधवार को सिकंदरपुर स्थित राष्ट्रीय सेवा विद्यालय परिसर में भोजपुरी लोक साहित्य के कवि स्व. राम जियावन दास बावला की स्मृति में सामाजिक समरसता व्याख्यानमाला हुई।

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राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा भगवान श्रीराम सामाजिक समरसता के सबसे बड़े ध्वजवाहक हैं। अन्याय व अत्याचार के विरुद्ध खड़े हुए। भारत समर्पण व संस्कारों की भूमि है। बावलाजी ने राम राज्याभिषेक का नहीं, बल्कि वनवास के दृष्टांत का भोजपुरी के माध्यम से जो वर्णन किया वह अविस्मरणीय। सबमें एक और सब मिल जाएं यही सामाजिक समरसता है। सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बावलाजी की प्रतिमा स्थापना के साथ ही स्मृति को संरक्षित व सुरक्षित रखने की मांग की। इसके पूर्व बावलाजी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। श्रीकांत विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष चंदौली डा. प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष मीरजापुर नंदलाल विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष वाराणसी सुरेश विश्वकर्मा, बालेश्वर विश्वकर्मा आदि ने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता शिवलाल विश्वकर्मा व संचालन राजेश विश्वकर्मा ने किया।


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