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सीख : चरित्रवान से सभी डरते हैं, बलवान से केवल कमजोर

महुआ बाबा आश्रम की ओर से काली जी मंदिर परिसर में चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की दूसरी निशा पर सोमवार को कथावाचक शांतनु महाराज ने कथा श्रवण के पुण्य का उल्लेख किया। कहा श्रीराम कथा में भाई का भाई के प्रति प्रेम पुत्र का पिता के प्रति और पिता का पुत्र के प्रति अहम दायित्व है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 07:09 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 06:19 AM (IST)
सीख : चरित्रवान से सभी डरते हैं, बलवान से केवल कमजोर
सीख : चरित्रवान से सभी डरते हैं, बलवान से केवल कमजोर

जासं, चकिया (चंदौली) : महुआ बाबा आश्रम की ओर से काली जी मंदिर परिसर में चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की दूसरी निशा पर सोमवार को कथावाचक शांतनु महाराज ने कथा श्रवण के पुण्य का उल्लेख किया। कहा श्रीराम कथा में भाई का भाई के प्रति प्रेम, पुत्र का पिता के प्रति और पिता का पुत्र के प्रति अहम दायित्व है।

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कहा रामचरित मानस से मनुष्य को सच्ची शिक्षा मिलती है। मनुष्य उसे अपने जीवन में उतार ले तो परिवार और समाज में कभी विखंडन नहीं होगा। कथा सुनने तमाम लोग आते हैं लेकिन कथा पर अमल करने वाले बहुत कम होते हैं। जो मनुष्य कथा पर अमल करता है उसका कल्याण होता है। मानव अपने पुण्य को अर्जित करने के लिए भगवान की शरण में जाता है। यदि मनुष्य मानस यानि भगवान के घर में प्रवेश करना चाहते हैं तो पहले अपने मानस को स्वच्छ करना होगा। कमजोर व्यक्ति बलवान से और छोटा व्यक्ति बड़ा से सदैव डरते हैं। लेकिन चरित्रवान से सभी डरते हैं। कथा मनुष्य को परमात्मा से जोड़ती है। सच्चे मन से कथा श्रवण करने से मनुष्य का उद्धार होता है। इसके पूर्व आयोजक गोविद बाबा ने व्यासपीठ व मानस ग्रंथ का पूजन व आरती किया। कैलाश आचार्य, राम दुलारे गोंड, विजयानंद द्विवेदी, कैलाश प्रसाद जायसवाल, गौरव श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। अंत में भव्य आरती व प्रसाद का वितरण किया गया।


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