Move to Jagran APP

रजिस्ट्री में कमी, रोजाना 10 लाख राजस्व का नुकसान

खरमास में मांगलिक कार्यक्रम बंद होने का असर जमीन की रजिस्ट्री पर पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 12:20 AM (IST)Updated: Sat, 09 Jan 2021 12:20 AM (IST)
रजिस्ट्री में कमी, रोजाना 10 लाख राजस्व का नुकसान
रजिस्ट्री में कमी, रोजाना 10 लाख राजस्व का नुकसान

जागरण संवाददाता, चंदौली : खरमास में मांगलिक कार्यक्रम बंद होने का असर जमीन की रजिस्ट्री पर पड़ा है। जमीन की खरीद और बिक्री घटकर आधी हो गई है। रोजाना मात्र 25 से 30 रजिस्ट्रियां ही हो रही हैं। इससे 10 लाख रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है। 15 जनवरी के बाद जमीन की खरीद-फरोख्त बढ़ने की उम्मीद है।

loksabha election banner

नोटबंदी के बाद से ही जमीन की खरीद-फरोख्त काफी कम हो गई। नकदी के लेन-देन और इसका रिकार्ड दिखाने से बचने के लिए बिल्डर व प्लाटिग करने वाले पीछे हट गए तो छिटपुट व कम मालियत की रजिस्ट्री से ही विभाग को राजस्व कमाना पड़ रहा है। कोरोना काल में दो माह तक दफ्तर बंद रहा। फिलहाल 16 दिसंबर के बाद से रजिस्ट्री में करीब 40 फीसद गिरावट आई है। इस समय 25 से 30 कम मालियत वाली रजिस्ट्रियां हो रही हैं। इससे राजस्व घटकर 17 लाख के करीब पहुंच गया है। प्रशासन को अभी तक ढाई करोड़ राजस्व का नुकसान हो चुका है।

------------------------

नंबर सिस्टम से भी रजिस्ट्री में कमी

कोरोना काल में शासन ने नंबर के अनुसार जमीन की रजिस्ट्री का प्रविधान कर दिया है। रजिस्ट्री कराने के लिए लोगों को नंबर लेना पड़ रहा है। निर्धारित तिथि व समय पर ही जमीन की रजिस्ट्री कराई जा रही है। कई लोग नंबर लेकर समय पर नहीं पहुंच पाते। इससे उनके लिए निर्धारित समय ऐसे ही बर्बाद हो जाता है और दूसरों की रजिस्ट्री नहीं हो पाती है।

वर्जन--

खरमास में जमीन की रजिस्ट्री कम हुई है। पहले 40 से 50 बैनामे होते थे। इस समय यह आंकड़ा 25 से 30 का है। राजस्व में रोजाना करीब 10 लाख की कमी आई है। 15 जनवरी के बाद रजिस्ट्री बढ़ने की उम्मीद है।

रामसुंदर यादव, सहायक निबंधक रजिस्ट्रार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.