केविके के वैज्ञानिक करेंगे अन्नदाताओं की आय दोगुनी
कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने का वीणा उठाया है। इसके मद्देनजर दो गांवों का चयन कर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। आने वाले दिनों में एक्शन प्लान बना आय में वृद्धि को विशेष प्रयास किए जा
जागरण संवाददाता, चंदौली : कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने का बीड़ा उठाया है। इसके मद्देनजर दो गांवों का चयन कर सर्वे का कार्य शुरू हो गया। आने वाले दिनों में एक्शन प्लान बना आय में वृद्धि को विशेष प्रयास किए जाएंगे।
भारत सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया है। इसके तहत कृषक गोष्ठी, किसान पाठशाला, किसान कल्याण अभियान के तहत किसानों को उन्नत खेती की जानकारी दी गई। वहीं जैविक खेती को वर्मी कम्पोस्ट व नैपेड कम्पोस्ट गड्ढों का निर्माण कराया जा रहा ताकि किसान रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से परहेज कर जैविक खाद का प्रयोग करें। किसान कल्याण अभियान में जिले के 25 गांवों का चयन कर गोष्ठी के माध्यम से किसानों को जानकारी दी गई। किसानों को बताया गया वे धान व गेहूं के साथ सब्जी व बाग लगाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इतना ही नहीं नीति आयोग की ओर से 25 किसानों को ब्लैक राइस धान की प्रजाति की खेती कराई गई है। पैदावार अच्छी हुई तो आने वाले दिनों में इसे बड़े पैमाने पर उत्पादन कराया जाएगा। अब भारत सरकार के निर्देश पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने नियामताबाद के गुवास व बरहनी के भुवालपुर गांव का चयन किया है। कराया जा रहा सर्वे
गुवास व भुवालपुर गांव में वैज्ञानिक सर्वे कार्य में जुटे हैं। इसमें गांव में किसानों की संख्या, जोत की कुल जमीन, वाटर क्षेत्रफल, पशुपालन, मिट्टी की स्थिति, फसलों में लगने वाले रोग, बाजार की उपलब्धता, किसानों की औसत आय सहित 19 ¨बदुओं पर आंकड़े एकत्रित किए जा रहे हैं। बनेगा एक्शन प्लान
सर्वे के बाद अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने को विशेष एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि क्या अपनाने से अन्नदाताओं की आय दोगुनी की जा सकती है। साढ़े चार वर्ष में यानि 2022 तक किसानों की वर्तमान स्थिति को बदलने को ठोस प्रयास किया जाएगा। 'भारत सरकार के निर्देश पर अन्नदाताओं की आय दोगुनी करने को दो गांवों का चयन किया गया है। सर्वे के बाद विशेष एक्शन प्लान बनाया जाएगा ताकि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की जा सके।
डा.आरपीएस रघवुंशी, प्रभारी, कृषि विज्ञान केंद्र