हाईवे की सर्विस रोड पर लगती है बालू की अवैध मंडी
जागरण संवाददाता सैयदराजा (चंदौली) पुलिस और प्रशासन बालू के अवैध भंडारण और धंधे को र
जागरण संवाददाता, सैयदराजा (चंदौली) : पुलिस और प्रशासन बालू के अवैध भंडारण और धंधे को रोकने में विफल साबित हो रहा है। लगातार अवैध कारोबारियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। बालू माफिया आक्रमकता भी दिखा रहे। इसका प्रमाण बुधवार को सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर में देखने को मिला जब बालू का अवैध भंडारण करने वाले माफियाओं ने खनन और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम पर धावा बोल दिया।
जिला व पुलिस प्रशासन कई बार बालू के अवैध धंधे को लेकर टकराव की बड़ी घटना को झेल चूका है। एक वर्ष पूर्व बालू माफियाओं ने एसडीएम की गाड़ी पर भी हमला बोला था। पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार बालू लदे ओवरलोड ट्रक और ट्रैक्टर पर कोई करवाई ना होने के कारण यह धंधा तेजी से फलफूल रहा है। हाइवे पर यह सा़फ देखा जा सकता है कि जाम लगने की स्थिति में कुछ लोग लाठी लेकर बाइक से आते हैं और जाम हटाते हैं। कुछ लोग बालू लदे वाहन को पास कराने के लिए लाइन देते हैं कि अभी पुलिस नहीं है वाहन निकाल लो। इस बीच पुलिस कहां रहती है यह भी यक्ष प्रश्न बना है। बड़े पैमाने पर अवैध कारोबार के बीच आम लोग परेशान हैं। सरकार के तय मानक से बालू दो से तीन गुणा ऊंचे दर पर बिक रहा है।
गरीबों को घर बनाना मुश्किल, अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई
जिलाधिकारी और प्रभारी मंत्री के आदेश के बावजूद खनन विभाग और पुलिस विभाग कोई करवाई नहीं कर पा रहा है। इस वजह से अवैध बालू भंडारण थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की मानें तो खनन विभाग से रजिस्ट्रेशन मात्र चार का हुआ है लेकिन इससे चार गुना अधिक अवैध बालू भंडारण केंद्र चल रहे हैं।
दुर्घटनाओं का कारण बिखरा बालू
हाईवे किनारे कई लोगों ने अपनी निजी जमीन पर बालू मंडी लगा रखी है। कुछ लोग अपनी जमीन की जगह ट्रकों को सड़क पर खड़ा कराते हैं। कुछ लोग बिना पंजीयन के बालू मंडी चलाते हैं। नौबतपुर से टेंगरा मोड़ तक सड़क के किनारे ओवरलोड ट्रकें खड़े रहने से आए दिन हादसे होते हैं। पिछले दिनों अवैध मंडी के चलते सड़क किनारे डंप बालू पर अनियंत्रित होकर गिरने से बाइक पर सवार बिहार निवासी दंपती की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी।
एप्रोच मार्ग का नहीं चलता पता हाइवे पर बालू मंडी संचालक ट्रकों से बालू पलटी कराते हैं। ट्रकों की अधिकता के चलते हाईवे किनारे बने एप्रोच मार्ग का पता नहीं चलता। कई बालू मंडी संचालक तो जबरदस्ती सड़क किनारे ट्रक खड़ा करते हैं। ओवरलोड ट्रकों के लगातार परिवहन के चलते सड़क भी खराब होती है। हाईवे पर मिट्टी और बालू जमा होने से आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं।