चुनाव में दू दिन रह जाई तब पत्ता खुली का..
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जासं, चंदौली : होली का रंग उतरने के बाद गांव गिरांव में चुनावी रंग चढ़ने लगा है। कल्लू भइया फसल में निकली बालियां देख उत्साहित हैं लेकिन उनके मन में एक बात घर कर गई है कि आखिर इ नेताजी लोग पत्ता काहे नहीं खोल रहे। कल ही की बात है पीपल की छांव में रामखेलावन के साथ नन्हकू, सोहन पुरवइया का आनंद ले ही रहे थे कि कल्लू भाई टपक पड़े। पूछ बैठे इ राज काज में का चल रहा है भइया। सुना है कोई अपना पत्ता नहीं खोल रहा आखिर बात का है। किसको मैदान में उतारेंगे अब तो बर्दास्त से बाहर हो रहा है। रामखेलावन से नहीं रहा गया तो बोल पड़े अरे कल्लू भाई आप तो जानते ही हैं पांच साल के भविष्य का सवाल है न। कवनों इ नई बात थोड़े नाहीं है ऊ बड़की पार्टी वालों को तो आप जानते हैं ही जब ले कपार फोड़ऊवल न हो जाए बात कहां बनती है। जब दू दिन रह जाई तब पत्ता खोलने की इनकी आदत जो बन गई है। रही बात छोटका दल की तो मौके का फायदा उठाने के लिए तड़प रहे हैं। बड़का नेता जी कुछ बोलें तो इहो अपना चेहरा दिखाएं। अरे भइया जब अपने पर विश्वास नाहीं है तो मंडली के लोगों से क्यों नहीं पूछ लेते। इ कवनों जरूरी थोड़े है कि सब मंडली वाले झूठे बोलेंगे। इ नेता जी लोगन के इहे आदत खराब है। अपने लोगन से तो कवनों मसला पर बाते नहीं करते हैं। खैर छोड़एि जवन होगा ऊ देखा जाएगा। फसल अच्छी है यही हमारे लिए काफी है।