अधर्म बढ़े तो नारी को दिखानी होगी शक्ति
जागरण संवाददाता चकिया/शहाबगंज (चंदौली) नारी शक्ति का इतिहास गौरवशाली रहा है। पृथ्वी
जागरण संवाददाता, चकिया/शहाबगंज (चंदौली) : नारी शक्ति का इतिहास गौरवशाली रहा है। पृथ्वी पर जब-जब असुरों का आतंक बढ़ा है तब-तब देवी-देवताओं ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर असुरों का संहार किया है।
यह बातें कथा वाचक शालिनी त्रिपाठी ने कहीं। वे मंगलवार की रात तियरा (महारतपुर) गांव स्थित रघुवर सेवा समिति द्वारा आयोजित श्री राम कथा में मिशन शक्ति अभियान को गति दे रही थी। कहा, जब धरा पर धर्म के स्थान पर अधर्म बढ़ने लगे तब नारी शक्ति को अपनी शक्ति का एहसास कराना होगा। जरूरत पड़ने पर मां दुर्गा, शतचंडी, मां काली बनकर अधर्मियों को सबक सिखाते हुए धर्म के रास्ते पर ले जाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी । नारी पूजनीय, अनुकरणीय, वंदनीय हैं । जिस घर में नारी का सम्मान नहीं होता उस घर परिवार में प्रेम सौहार्द नहीं होता। घर परिवार में धन, सौंदर्य सब कुछ हो पर शांति व प्रेम न हो तो उस घर परिवार में सुख समृद्धि नहीं होती। कौशल्या जैसी सास, मां सीता जैसी बहू घर घर में होने पर ही घर- परिवार, समाज का भला होगा। नारी मां सरस्वती, दुर्गा, काली, लक्ष्मी, का रूप होती हैं। आह्वान किया दानवों के संहार के लिए दुर्गा, काली का रूप धारण कर समाज की स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान करें। प्रसंग के दौरान बड़े ही मार्मिक ढंग से कहा गुरु कभी शिष्य का विरोधी नहीं हो सकता। जीवन में कुछ पाने के लिए झुकना ही पड़ता है। अंत में समिति की सीमा सिंह, चितामणि श्रीवास्तव, सत्यभामा, सुशीला, मनोरमा आदि ने महिलाओं को स्वावलंबी, आत्मनिर्भर होने को प्रेरित किया। समाजसेवी संजय सिंह, श्याम नारायण उपाध्याय, शिव शंकर यादव, अतुल मिश्रा, दीपक, रामजीवन, प्रेम नारायण आदि भव्य आरती में शामिल हुए।