तीन विद्यालयों पर लटका ताला, 37 का वेतन कटा
जागरण संवाददाता चंदौली जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने 25 फरवरी को विद्या
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने 25 फरवरी को विद्यालयों में अनुपस्थित मिले प्रधानाध्यापक , सहायक अध्यापक समेत 37 शिक्षकों का एक दिन वेतन काटते हुए अग्रिम आदेश तक वेतन पर रोक लगा दी है। निर्देश दिया है कि सभी शिक्षक एक सप्ताह में अपना स्पष्टीकरण दें।
बीएसए के निर्देश पर तीन खंड शिक्षा अधिकारियों ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया था। उनकी रिपोर्ट पर यह कार्रवाई हुई। इसमें चहनियां क्षेत्र के प्राथमितक विद्यालय महरखा, कुरहना व जलालपुर का विद्यालय बंद मिला। तीनों विद्यालय के 18 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने व वेतन भुगतान पर रोक लगा दी। सकलडीहा के कंपोजिट विद्यालय साई में प्रधानाध्यापक माया अनुपस्थित मिली। कंपोजिट ग्रांट के तहत वहां न तो रंग-रोगन हुआ था न ही विद्यालय अवस्थापना के कार्य कराए गए थे। इसी तरह नियामताबाद के मवईं कला में प्रधानाध्यापक सुबोध कुमार ने कार्य कराया। उनका वेतन रोक दिया गया। हिनौली प्राथमिक विद्यालय में रामाशीष, जहीरुद्दीन, बाबर, शिल्पी गुप्ता, रेनू सिंह, दीपिका, अंजू, सुनीता और आशा अनुपस्थित मिली। एक दिन का वेतन कटा, सहजोर प्राथमिक विद्यालय में दिनेश नारायण, शिवानी, रजनीगंधा, प्रभा, मीनाक्षी, रविकांत, संदीपक कुमार अनुपस्थित मिले। इनका एक दिन का वेतन काटने के साथ अग्रामि आदेश तक वेतन अवरुद्ध किया गया। बीएसए ने कहा कि एक मार्च से कक्षा एक से पांच तक के विद्यालय भी खुल रहे हैं। ऐसे में सभी शिक्षक कोविड-19 की गाइड का अनुपालन करते हुए समय से विद्यालय पहुंचें, बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी अपने-अपने क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे।