आधा दर्जन उप स्वास्थ्य केंद्रों का होगा कायाकल्प
कायाकल्प योजना के तहत क्षेत्र के आधा दर्जन स्वास्थ्य उप केंद्रों का दिन बहुरने को है।केंद्र भवनों के कायाकल्प को लेकर ग्राम पंचायत सक्रिय हो गई हैं। हालांकि अभी तक आधा दर्जन से अधिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों की हालत जर्जर बनी हुई है। कई केंद्र उधारी के तौर पर संचालित हो रहे हैं। जहां कई बेहतर केंद्र भवन है वहां भी जिम्मेदार अधिकारियों के कड़े निर्देश के बाद भी एएनम नहीं रहती।
जासं, चकिया (चंदौली) : कायाकल्प योजना के तहत क्षेत्र के आधा दर्जन उप स्वास्थ्य केंद्रों के दिन बहुरेंगे केंद्र भवनों के कायाकल्प को लेकर ग्राम पंचायतें सक्रिय हो गई हैं। हालांकि अभी तक आधा दर्जन से अधिक उपकेंद्रों की हालत जर्जर है। कई केंद्र उधारी के भवनों में संचालित हो रहे। जहां कई बेहतर केंद्र भवन है वहां भी जिम्मेदार अधिकारियों के कड़े निर्देश के बाद भी एएनम नहीं रहती।
गर्भवती माताओं नवजात शिशुओं के समुचित इलाज व टीकाकरण के लिए विकास क्षेत्र में 27 उप स्वास्थ्य केंद्र बने हैं। इसमें जननी सुरक्षा योजना के तहत 14 केंद्रों का निर्धारण किया गया। कायाकल्प योजना में जिलाधिकारी के निर्देश पर भीषमपुर, पर्वतपुर, दिरेहू, पटनवा केंद्र की मरम्मत ग्राम पंचायत निधि से पूरे जोशो खरोश से जारी है। फरवरी माह तक इन केंद्रों की मरम्मत व रंग रोगन का कार्य पूर्ण करने का निर्देश है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित बलियाकला, सिकंदरपुर मवैया, पचवनिया केंद्र पूरी तरह निष्यप्रयोज्य हैं। वहीं शिकारगंज, बिठवल कला भैसहीं, उतरौत, नेवाजगंज केंद्र मरम्मत योग्य हैं। धनाभाव के चलते सोनहुल, पुरानी चकिया का केंद्र किराए के मकान में संचालित हो रहा। लोगों की शिकायत आम रहती है कि उप स्वास्थ्य केंद्रों का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। लेकिन केंद्रों के कायाकल्प होने से ग्रामीणों की शिकायत दूर होने की उम्मीद जग गई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सुजीत सिंह कहते हैं कि जर्जर केंद्रों की सूची जिला मुख्यालय सहित शासन को भेजी गई है। केंद्रों की हालत में सुधार होने पर ग्रामीणों की शिकायत निश्चित दूर होगी।