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तीन सौ करोड़ खर्चकर यार्ड से व्यासनगर तक बनेगा फ्लाईओवर

अब लखनऊ से इलाहाबाद जाने वाली ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक नहीं लगेगा। व्यासनगर स्टेशन पर इलाहाबाद जाने के दरम्यान यार्ड में ट्रेनों को रोकना पड़ता था। इस समस्या को दूर करने की कवायद शुरू हो गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन यार्ड से व्यास नगर तक ग्यारह किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जाना है। फ्लाईओवर को बनाने में तीन सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 07:33 AM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 07:33 AM (IST)
तीन सौ करोड़ खर्चकर यार्ड से व्यासनगर तक बनेगा फ्लाईओवर
तीन सौ करोड़ खर्चकर यार्ड से व्यासनगर तक बनेगा फ्लाईओवर

विवेक दुबे, पीडीडीयू नगर (चंदौली)

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अब लखनऊ से इलाहाबाद जाने वाली ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक नहीं लगेगा। व्यासनगर स्टेशन पर इलाहाबाद जाने के दरम्यान यार्ड में ट्रेनों को रोकना पड़ता था। इस समस्या को दूर करने की कवायद शुरू हो गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन यार्ड से व्यास नगर तक 11 किमी लंबा फ्लाईओवर बनाया जाना है। फ्लाईओवर को बनाने में 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पुल का निर्माण होने के बाद लखनऊ से आने वाली ट्रेनें बिना रुके रफ्तार भरेंगी। भविष्य में इस लाइन पर सवारी व मालवाहक ट्रेनों की बढ़ोतरी होने की भी उम्मीद है।

पीडीडीयू जंक्शन-इलाहाबाद-लखनऊ जाने के लिए व्यासनगर स्टेशन से रेल लाइन गुजरी हुई है। यहां पर तीनों स्थानों से आने वाली ट्रेनों को बारी-बारी गुजारा जाता है। वर्तमान में अगर लखनऊ से ट्रेन आती है और इलाहाबाद जाना है तो कुछ समय के लिए ट्रेन को यार्ड में रोकना पड़ता है। वहीं अगर पीडीडीयू जंक्शन या इलाहाबाद के लिए ट्रेन वहां से गुजरती है तभी ट्रेनों को रोकना पड़ता है। इस दरम्यान गंतव्य तक पहुंचने में ट्रेनें कुछ विलंबित हो जाती हैं। यार्ड में ट्रेनों के रुकने की वजह से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आगामी दिनों में व्यासनगर में ट्रेनें नहीं रुकेंगी। आसानी से लखनऊ से इलाहाबाद, इलाहाबाद से लखनऊ और पीडीडीयू नगर से जाने वाली ट्रेनें भी रफ्तार भरते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकेगी। पीडीडीयू यार्ड से व्यासनगर तक 11 किलोमीटर लंबा पुल बन जाने के बाद यह समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी। समय से पहुंचेंगी ट्रेनें

ट्रेनों के समय से गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेल प्रशासन ने कमर कस ली है। यही वजह है कि मुगलसराय मंडल ने ट्रेनों के समयबद्ध परिचालन के लिए पूरे भारतीय रेल में प्रथम स्थान हासिल किया था। व्यासनगर में ट्रेनों का ठहराव होने से लेटलतीफी की समस्या होती है। इस समस्या के समाधान का प्रयास शुरू हो गया है। मालवाहक ट्रेनों के बढ़ने से बढ़ेगा राजस्व

फ्लाईओवर निर्माण के बाद सवारी ट्रेनों के साथ ही मालवाहक ट्रेनों में भी इजाफा होगा। मालवाहक ट्रेनों की आवाजाही अधिक होगी तो रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। फ्लाईओवर न होने के कारण मालवाहक ट्रेनों को गुजारने में काफी समय लग जाता है। ''ट्रेनों को आसानी से गंतव्य तक पहुंचाने के लिए फ्लाईओवर बनाया जाएगा। यार्ड में ट्रेनों का ठहराव होने से ट्रेनें विलंबित होती थीं। पुल बनने के बाद ट्रेनों रुकेंगी नहीं। युद्धस्तर पर कार्य कराया जाएगा ताकि इसका लाभ लोगों को मिल सके।''

-पंकज सक्सेना, मंडल रेल प्रबंधक, मुगलसराय मंडल।


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