उत्पीड़न के खिलाफ किसानों का धरना, सरकार पर लगाए आरोप
जागरण संवाददाता चंदौली कृषि सुधार बिल के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों के उत्पीड़न क
जागरण संवाददाता, चंदौली : कृषि सुधार बिल के विरोध में दिल्ली जा रहे किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ता मुखर हो गए। कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर धरना दिया। केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। चेताया सरकार किसानों का उत्पीड़न नहीं रोकती है तो देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
किसान नेता श्रवण कुशवाहा ने कहा मोदी सरकार ने किसानों की सहमति के बगैर नया कानून थोप दिया। इससे दूरे देश के किसानों में आक्रोश व्याप्त है। किसान संगठनों ने दिल्ली चलो का नारा दिया था। किसान दिल्ली के लिए निकले तो हरियाणा की खट्टर सरकार ने कटीले बाड़, बोल्डर, वैरिकेड्स लगाकर उन्हें रास्ते में रोक दिया। किसानों पर पानी की बौछार कर आदोलन का दमन किया गया, लेकिन अन्नदाता पीछे हटने को तैयार नही हैं। 26 नवंबर को दिल्ली-हरियाणा बार्डर पर पानी की बौछार की गई। इसमें एक किसान की मौत हो गई है। किस्मत यादव ने कहा जनपद में कहीं भी धान क्रय केंद्र सुचारू रूप से काम नहीं कर रहे हैं। कृषि उत्पादन आयुक्त कह रहे हैं कि पिछले साल की तुलना में डेढ़ गुना धान खरीदा जा चुका है। जबकि धरातल पर ऐसा कुछ नहीं है। नरवन क्षेत्र में अभी धान की कटाई भी शुरू नहीं हो पाई है। प्रदेश की योगी सरकार धान खरीद का वादा कर रही है, लेकिन बिचौलिए हावी हो गए हैं। श्यामपति, बल्ली, हरिनारायण मौर्या, कृष्णानंद मौर्य, हरिशंकर विश्वकर्मा, विनय विश्वकर्मा अरविद यादव, कृष्णा, श्रवण कुशवाहा मौजूद थे।