जरी जरदोजी उद्योग में भरें अब सपनों की उड़ान
धान के कटोरे में जरी जरदोजी उद्योग को उड़ान भरने में अब देर नहीं। हस्तशिल्पियों को आधुनिक डिजाइन व तकनीकी का तड़का लगाने को औद्योगिक क्षेत्र रामनगर में पैके¨जग को सामान्य सुविधा केंद्र और डिजाइ¨नग एंड लेव¨लग इकाई बनकर तैयार है। इस केंद्र के बनने से न बाजार की जरूरत पड़ेगी न ही नई डिजाइनों की। कहा जा सकता है कि घर में ही बाजार लगेगा और ग्राहक खुद चलकर आएंगे।
जागरण संवाददाता, चंदौली : धान के कटोरे में जरी जरदोजी उद्योग को उड़ान भरने में अब देर नहीं। हस्तशिल्पियों को आधुनिक डिजाइन व तकनीकी का तड़का लगाने को औद्योगिक क्षेत्र रामनगर में पैके¨जग को सामान्य सुविधा केंद्र और डिजाइ¨नग एंड लेव¨लग इकाई बनकर तैयार है। इस केंद्र के बनने से न बाजार की जरूरत पड़ेगी न ही नई डिजाइनों की। कहा जा सकता है कि घर में ही बाजार लगेगा और ग्राहक खुद चलकर आएंगे।
एक जनपद एक उत्पाद के तहत जिले को जरी जरदोजी उद्योग के लिए सरकार ने चयनित किया है। इस उद्योग में अब तक चार हजार लोग उद्योग से जुड़े हैं जबकि 50 हजार लोग धागा, सितारा, फ्रेम, केरोसिया व जरी के काम से जुड़ गए हैं। लेकिन तैयार उत्पाद की मार्के¨टग न होने के कारण उद्यमियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। कैसे ज्यादा से ज्यादा लोग इस उद्योग से जुड़ें इसके लिए भारत सरकार की टीम ने कई बार निरीक्षण किया और इसके बढ़ावा को कॉमन फैसिलिटी सेंटर फॉर पैके¨जग व डिजाइ¨नग एंड लेव¨लग सेंटर को अनिवार्य बताया था। प्रदेश सरकार ने इसमें रुचि दिखाई और तेजी के साथ इस पर कार्य किया। किस तरह होगा काम
इन सेंटरों में उद्यमियों को आधुनिक डिजाइन का लाभ मिलेगा ही। वे डिजाइन संबंधित सुझाव देकर भी इसका लाभ ले सकते हैं। इसके लिए यहां तकनीकी रूप से दक्ष लोगों की तैनाती की गई। साथ ही तैयार उत्पाद को किस तरह व्यापक पैमाने पर स्वदेश व विदेश भेजना है इसका भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। 22 को होगा लोकार्पण
कॉमन फैसिलिटी सेंटर फॉर पैके¨जग व डिजाइ¨नग एंड लेव¨लग सेंटर का लोकार्पण 22 नवंबर को प्रदेश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम व निर्यात प्रोत्साहन विभाग के मंत्री सत्यदेव पचौरी दोपहर एक बजे करेंगे। इसको लेकर उद्योग विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
'भवन बनकर तैयार है, आधुनिक मशीनें भी लग चुकी हैं। इस सेंटर से जरी जरदोजी उद्योग को काफी लाभ मिलेगा। उद्योग लगाने के इच्छुक लोगों को यहां प्रशिक्षण भी मिलेगा।
गौरव मिश्र, उपायुक्त उद्योग