बिना सूचना के आठ घंटे कटी रही बिजली
स्थानीय 132 केवीए उपकेंद्र में ट्रांसफार्मरों की मरम्मत के चलते जिला मुख्यालय समेत 252 गांवों की आपूर्ति ठप रही। अचानक बिजली कटने से उपभोक्ता परेशान रहे। सुबह साढ़े सात बजे की कटी बिजली ढाई बजे आई। इससे दिन में पेयजल का भी संकट गहरा गया। अचानक बिजली कटने पर एक्सईएन एके शुक्ल ने कहा उपकेंद्र में मरम्मत के लिए शटडाउन लिया गया। आरोप है कि हर रोज शटडाउन और उपकेंद्र में खराबी के चलते नगर के उपभोक्ताओं को मुश्किल से 12 से 13 घंटे ही आपूर्ति मिल रही। जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि बिजली कटे तो इसकी जानकारी उपभोक्ताओं तक पहुंचनी चाहिए।
जासं, चंदौली/बबुरी : स्थानीय 132 केवीए उपकेंद्र में ट्रांसफार्मरों की मरम्मत के चलते जिला मुख्यालय समेत 252 गांवों की आपूर्ति ठप रही। अचानक बिजली कटने से उपभोक्ता परेशान रहे। सुबह साढ़े सात बजे की कटी बिजली ढाई बजे आई। इससे दिन में पेयजल का भी संकट गहरा गया। अचानक बिजली कटने पर एक्सईएन एके शुक्ल ने कहा उपकेंद्र में मरम्मत के लिए शटडाउन लिया गया। आरोप है कि हर रोज शटडाउन और उपकेंद्र में खराबी के चलते नगर के उपभोक्ताओं को मुश्किल से 12 से 13 घंटे ही आपूर्ति मिल रही। जबकि सरकार का सख्त निर्देश है कि बिजली कटे तो इसकी जानकारी उपभोक्ताओं तक पहुंचनी चाहिए।
बबुरी में बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हो पा रहा। दिन में ही नहीं, रात में भी घंटों कटौती की जा रही। घरेलू व कार्मशियल उपभोक्ता इसके चलते मुश्किल में हैं।शिकायत के बाद भी समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। कस्बे के उपकेंद्र से 90 गांवों में बिजली दी जाती है। लेकिन बिना रोस्टर इन गांवों में आपूर्ति हो रही है। दिन में कभी तड़के तो कभी नौ बजे गुल हुई बिजली दोपहर बाद बहाल होती है। शाम ढलने के साथ बिजली कटने से गांवों में धुप्प अंधेरा छा जाता है। चोर-उचक्कों की सक्रियता भी बढ़ जाती है। फसलों व सब्जी के खेतों की ¨सचाई नहीं हो पा रही।