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नक्सल इलाके में पेयजल की किल्लत, मचा हाहाकार

जासं, चकिया (चंदौली): नक्स्ल प्रभावित शिकारगंज इलाके के वा¨शदों को पेयजल की किल्लत से निजात न

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Jun 2018 07:18 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jun 2018 07:18 PM (IST)
नक्सल इलाके में पेयजल की किल्लत, मचा हाहाकार

जासं, चकिया (चंदौली): नक्स्ल प्रभावित शिकारगंज इलाके के वा¨शदों को पेयजल की किल्लत से निजात नहीं मिल पा रही है। पेयजल को लेकर नक्सल गांवों में हाहाकार मचा हुआ है। मामले को लेकर गुरुवार को लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया।

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ग्रामीणों का कहना रहा कि कहने को तो दाउदपुर गांव में 45 इंडिया मार्का हैंडपंप लगाए गए है। आधा दर्जन कूप का निर्माण कराया गया है। नए व पुराने कूप की संख्या एक दर्जन से अधिक है। लेकिन सरकारी हैंडपंप हो अथवा कूप, पानी नदारद है। दाउदपुर बंधी सहित छोटे बड़े तालाब सूखे पड़े हैं। पानी का जलस्तर नीचे चले जाने से पहाड़ों, जंगलों से घिरे गांव बोदलपुर, कुंडा हेमैया, पुरानाडीह, करवदिया, जोगिया, सीता ताली, सहामदपुर, अमरा दक्षिणी, सोनबरसा, मुबारकपुर, छुछाड़, हिनौती समेत दर्जनों गांवों में पेयजल की किल्लत को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि निजी धन से हैंडपंपों का मरम्मत कराते-कराते थक गए। दुकानदारों का पैसा बकाया पड़ा है। आम जन के साथ पशुओं को भी पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से हैंडपंपों की मरम्मत व्यापक स्तर पर कराए जाने की मांग की। हस्ताक्षर अभियान में अनिल, मुन्ना, ओम प्रकाश, गुड्डू, अशोक, छविराम, बदरूनिशा आदि ग्रामीण शामिल थे।


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