अब पशुओं का चारा ले जाने पर नहीं रोक
लॉकडाउन के दौरान पशुओं को चारा ले जाते समय पशुपालकों को रोके जाने की शिकायत को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से गंभीरता से लिया है। उन्होंने एसपी समेत सभी एसडीएम को पत्र भेजकर बाजार से चारा खरीदकर ले जाते समय पशुपालकों को न रोकने के निर्देश दिए हैं। वहीं गैर जनपद से पशु आहार लाने के लिए पास जारी करने की व्यवस्था की है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : लॉकडाउन के दौरान पशुओं को चारा ले जाते समय पशुपालकों को रोके जाने की शिकायत को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल से गंभीरता से लिया है। उन्होंने एसपी समेत सभी एसडीएम को पत्र भेजकर बाजार से चारा खरीदकर ले जाते समय पशुपालकों को न रोकने के निर्देश दिए हैं। वहीं गैर जनपद से पशु आहार लाने के लिए पास जारी करने की व्यवस्था की है। ताकि बेजुबानों के लिए चारा के संकट न उत्पन्न होने पाए।
जनपद में कई लेयर फार्म और चार लाख से अधिक मवेशी हैं। पशुओं के लिए पशु आहार और मुर्गी दाना की जरूरत पड़ती है लेकिन लॉकडाउन के दौरान मवेशियों के लिए चारा-पानी का संकट खड़ा हो गया था। कारण बाजार से चारा खरीदकर ले जाते समय पशुपालकों को पुलिस के विरोध का सामना करना पड़ता था। कई स्थानों पर पुलिस ने पशुपालकों को रोक दिया। जायज समस्या से रूबरू कराने के बाद भी जब पुलिसकर्मी नहीं मानें तो हैरान-परेशान पशुपालकों ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से शिकायत की। इस पर महकमा हरकत में आ गया। सीवीओ ने तत्काल जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, एसपी हेमंत कुटियाल, सीडीओ डा. एके श्रीवास्तव व सभी थानाध्यक्षों को पत्र भेजकर पशुपालकों को न रोकने की मांग की थी। डीएम ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए पशुपालकों को चारा ले जाते समय न रोकने के निर्देश दिए हैं। वहीं गैर जनपद से जिले में पशु आहार, चारा, भूसा, मुर्गियों का दाना और पशु चिकित्सा से संबंधित किसी भी प्रकार की सामग्री लाने के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय से पास जारी करवाना होगा। पुलिस विभाग की ओर से एडिशनल एसपी आपरेशन वीरेंद्र यादव को नोडल बनाया गया है। डीएम के निर्देश के बावजूद यदि पशुपालकों को पुलिस रोके तो तत्काल एएसपी के नंबर 9454401038 पर फोन कर अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं। 'पशु आहार, चारा, भूसा, खाद्यान्न समेत जरूरी वस्तुओं के लाने-ले जाने और आपूर्ति पर कोई प्रतिबंध नहीं है। यदि किसी तरह की समस्या होती है तो लोग समाचार पत्र में प्रकाशित हो रहे अधिकारियों के नंबर पर फोनकर सूचित करें। उनकी मदद की जाएगी।
नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी।