माडल होगा जिला अस्पताल, मरीजों के लिए बढ़ेंगी सुविधाएं
जागरण संवाददाता चंदौली पं. कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल को माडल अस्पताल बनाने की कवायद शुरू
जागरण संवाददाता, चंदौली : पं. कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल को माडल अस्पताल बनाने की कवायद शुरू हो गई है। रंग रोगन व अन्य संसाधनों से लैस होने पर यहां आने वाले मरीजों व तीमारदारों को अच्छा एहसास होगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने वाराणसी के नामी इंटीरियर डिजाइनर की मदद ली है।
सरकारी अस्पतालों में सफाई, रंग-रोगन व साज-सज्जा बेहतर नहीं है। ऐसे में मरीजों व तीमारदारों की हमेशा शिकायत रहती है। केंद्र व प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों को सुविधा संपन्न बनाने की दिशा में काम कर रही है। अस्पतालों में जांच के लिए मशीनें, दवाई व चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा रहा है। इसी क्रम में अस्पताल के इंटीरियर में बदलाव किया जाएगा। अस्पताल को माडल चिकित्सालय के रूप में विकसित किया जाएगा। फर्श से लेकर दीवार व अंदर के इंटीरियर में पूरा बदलाव किया जाएगा। मसलन, शासन के मानक के अनुरूप अस्पताल का रंग तो वही रहेगा लेकिन पेंट की क्वालिटी बदल जाएगी। ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए बैठने की व्यवस्था, मनोरंजन के साधन समेत अन्य बदलाव किए जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन विशेषज्ञों की मदद ले रहा है। वाराणसी के इंटीरियर डिजाइनर इस कार्य को पूरा करेंगे। डिजाइनर ने पिछले दिनों अस्पताल का निरीक्षण किया और इसकी रूप रेखा तैयार की है।
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अस्पताल की ओपीडी में
रोजाना पहुंचते हैं 500 मरीज
जिला अस्पताल में जनपद समेत बिहार प्रांत के भभुआ जिले के मरीज भी इलाज कराने आते हैं। रोजाना 500 से अधिक मरीज पहुंचते हैं। लेकिन सुविधाओं का टोटा है। मरीजों के बैठने के लिए बेहतर व्यवस्था नहीं है। वहीं वार्ड, शौचालय आदि में भी सफाई व्यवस्था व अन्य इंतजाम नाकाफी हैं। इससे मरीजों व तीमारदारों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसलिए निजी अस्पतालों की तर्ज पर इंटीरियर में बदलाव करने की योजना बनाई गई है। ताकि मरीजों व तीमारदारों को अस्पताल पहुंचने पर अच्छा अनुभव हो सके और मरीज जल्द स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे।
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