धरहरा में खुलेगा दिव्यांग बच्चों का विद्यालय
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- विद्यालय के लिए किया गया गांव का चयन
- निराश्रित बच्चों को दी जाएगी मुफ्त शिक्षा जागरण संवाददाता, सकलडीहा (चंदौली) : विकास खंड के धरहरा गांव में दिव्यांग बच्चों के लिए नवीन ममता मानसिक मंदित आवासीय विद्यालय की स्थापना की जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी ने ग्राम पंचायत की भूमि का सर्वे कर लिया है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की ओर से दिव्यांग बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय खोले जाने की शुरुआत की गई है। प्रथम चरण में लखनऊ, प्रयागराज व बाराबंकी में ऐसे विद्यालय स्थापित किए गए हैं। विभाग ने अभी हाल ही में जनपद का चयन भी किया है। इसके लिए तीन हजार वर्गमीटर भूमि का चयन प्रस्तावित है। पिछले दिनों धरहरा गांव में ग्राम प्रधान श्वेता सिंह ने ग्राम पंचायत की खुली बैठक में भूमि का चयन कर डीएम को प्रस्ताव भेजा। डीएम के निर्देश पर जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी राजेश नायक ने भूमि का सर्वे कर रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दिया है। शीघ्र ही इसका निर्माण शुरू किया जाएगा। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी ने बताया कि यह विद्यालय आवासीय होगा। इसमें छह वर्ष की उम्र के ऊपर के वे दिव्यांग बच्चे रखे जाएंगे, जो बिल्कुल निराश्रित होंगे। ऐसे दिव्यांग बच्चों के लिए सामान्य जीवन यापन करना कठिन होता है। बाल कल्याण समिति, जिलाधिकारी, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निदेशक व राज्य बाल संरक्षक इकाई की अनुशंसा पर ही इस विद्यालय में 50 बच्चों का प्रवेश होगा। इसके तहत स्वपरायणता (ऑटिज्म), प्रमष्तिक अंगघात (सेरेब्रेल पल्सी), मानसिक मंदता( मेंटल रिटारडेशन) व बहुविकलांगता (मल्टीपल डिसेबिलिटी) से ग्रसित बच्चे ही चयनित होंगे। इनके रहन-सहन, खान-पान, वस्त्र, बिस्तर व दवा के लिए प्रति बच्चे दो हजार रुपए प्रति माह के बजट का प्रविधान है। विद्यालय के निर्माण के प्रस्ताव पर गांव के भाजपा कार्यसमिति सदस्य अमित सिंह,नान्हक पांडेय, अमित तिवारी ने प्रसन्नता व्यक्त की है।