ओडीएफ गांवों में गंदगी, जांच टीम ने जानी हकीकत
ग्राम सभा धानापुर के बिझवल व नरौली में विकास खंड अधिकारी सुशील मिश्रा ने प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए रविवार को दो टीम बना कर पात्र शौचालय और आवास का सत्यापन करवाया। नरौली जो गंगा तट पर स्थित है यहां ओडीएफ होने के बावजूद अधिकतर लोगों के यहां शौचालय नही बना है और लोग गंगा किनारे शौच करने को विवश हैं
जासं, धानापुर (चंदौली) : बिझवल व नरौली गांव में बीडीओ सुशील मिश्र ने रविवार को शौचालय और आवास का सत्यापन किया। नरौली गांव गंगा किनारे है, गांव ओडीएफ होने के बावजूद अधिकतर लोगों के शौचालय नहीं बने हैं। बिझवल बस्ती की भी यही स्थिति है। शौचालय के अभाव में लोग खुले में शौच को मजबूर हैं।
दो दिन पूर्व दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेते हुए बीडीओ ने दो टीमों का गठन कर गांवों में भेजा। लगभग 300 पात्रों का सत्यापन कर उन्हें शौचालय और आवास देने की प्रक्रिया शुरू की। दोनों गांव की स्थिति बदतर है। अधिकारियों और कर्मचारियों को देख कर ग्रामीण इकट्ठा हो गए। सत्यापन में दोनों गांवों की पोल खुल गई। सहायक विकास अधिकारी बैजनाथ प्रसाद, आलोक पांडेय, संजीव सिंह, अरविद कुमार, रमेश चंद्र सिंह, जैनेन्द्र कुमार सिंह, विनय कुमार, मिथिलेश सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।