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रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध

जागरण संवाददाता पीडीडीयू नगर (चंदौली) ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन प्लांट डिपो शाखा के सदस्यों ने प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 05:45 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 05:45 PM (IST)
रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध

जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन प्लांट डिपो शाखा के सदस्यों ने जन जागरण अभियान के दूसरे दिन मंगलवार को पीडी इंजीनियरिग कारखाना के मुख्य गेट के समक्ष प्रदर्शन किया। रेल उत्पादन इकाइयों का निजीकरण व निगमीकरण करने, रेलों को निजी आपरेटरों को सौंपने, ग्रेड पे 1800 एवं 4600 के लिए पदोन्नति का अवसर खोलने सहित अन्य मांगों को लेकर ईसीआरकेयू के सदस्य आंदोलित हैं।

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केंद्रीय संगठन मंत्री बीबी पासवान ने कहा कि भारतीय रेल दुनिया की एकमात्र रेल है जो सबसे सस्ती सेवा दे रही है। ये रेल गरीब और मजदूरों के हितों को सबसे ऊपर रखती है। कोरोना के समय में भी जब राज्य सरकारों ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में अपने हाथ खड़े कर दिए तब एक चुनौतीपूर्ण काम रेल के कर्मचारियों ने किया। 109 रूट पर 150 ट्रेनों का संचालन प्राइवेट आपरेटरों को देने की बात हो रही है। उत्पादन इकाइयों को निजीकरण निगमीकरण किया जा रहा है। अगर रेल का निजीकरण होता है तो सबसे बड़ा नुकसान देश की जनता का होगा। एसपी सिंह शंकर, सुल्तान अहमद, केदारनाथ तिवारी, अमरेंद्र कुमार, मोहन राम, बीबी सिंह, सुधीर कुमार, जीत बहादुर थापा, संजय शर्मा, सुनील कुमार, प्रभात कुमार, गोपाल, दयाशंकर, नारद मुनी, कृष्णा, मुकेश, कृष्णकांत, विकास, अशोक, राकेश, राजेश आदि शामिल थे।


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