निकाला जुलूस, न्यूनतम वेतन कानून में संशोधन की मांग
विभिन्न ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल के अंतिम दिन बुधवार को वामपंथी संगठनों ने नगर में जुलूस निकाल केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला। आरोप लगाया कि सरकार मनमाने ढंग से काम कर रही है। इससे मजदूर तबके के सामने गंभीर संकट उत्पन्न होता जा रहा है ।
जासं, चंदौली/चकिया: उत्तर प्रदेश खेत मजदूर सभा व विभिन्न ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल के अंतिम दिन बुधवार को वामपंथी संगठनों ने जिला मुख्यालय व चकिया नगर में जुलूस निकाल केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला। आरोप लगाया कि सरकार मनमाने ढंग से काम कर रही है। इससे मजदूर तबके के सामने गंभीर संकट उत्पन्न होता जा रहा है।
अखिल भारतीय किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, जनवादी नौजवान सभा, लाल झंडा पत्थर खदान मजदूर यूनियन के बैनर तले निकले जुलूस ने नगर का भ्रमण किया। वक्ताओं ने कहा न्यूनतम वेतन कानून में संशोधन कर इसे सबके लिए लागू किया जाय। सभी को 18 हजार प्रतिमाह वेतन दिया जाय। वृद्धों, विधवाओं, विकलांगों को 6 हजार रुपये पेंशन की जोरदार ढंग से मांग की। महंगाई पर रोक लगाने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने के साथ ही रोजगार सृजन के ठोस कदम उठाने की आवश्यकता जताई। किसानों के सभी कर्जे माफ किए जाने, धान क्रय केंद्रों पर घटतौली, कमीशनखोरी बंद करने की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया। सभा को अनिल पासवान, मुंशी राम, श्रमवण मौर्या, शशिकांत ¨सह, परमानंद मौर्य, लाल चंद्र ¨सह, चौथी पासवान आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता पूर्व विधायक दीनानाथ ¨सह यादव व संचालन शंभूनाथ ¨सह यादव ने किया।