औषधीय पौधों की खेती से अन्नदाता होंगे मालामाल
जागरण संवाददाता, चंदौली : उद्यान विभाग की ओर से सोमवार को मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार
जागरण संवाददाता, चंदौली : उद्यान विभाग की ओर से सोमवार को मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें औषधीय पौधा व बागवानी की खेती के लिए किसानों को जागरूक किया गया। इसके बदले मिलने वाले अनुदान और विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई।
जिला उद्यान अधिकारी नन्हेलाल वर्मा ने कहा औषधीय पौधों की खेती पर सरकार की ओर से अच्छा-खासा अनुदान दिया जा रहा है। किसानों के उत्पाद को बाजार मुहैया कराने की भी कवायद की जा रही। बागवानी की खेती से किसानों की आय दोगुना होगी। किसान बाग में मूंगफली, हल्दी अथवा सब्जी की खेती कर सकते हैं। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा। किसान के पास सड़क किनारे भूमि होना जरूरी है। कृषि वैज्ञानिक डा. अभयदीप गौतम ने किसानों को उन्नत खेती की जानकारी दी। बोले, धान-गेहूं के साथ ही अन्नदाता खेती में विविधता को अपनाएं। औषधि पौधे व बागवानी की खेती भी करें। औषधीय पौधों की खेती में कृषि लागत कम होने से उपज का अच्छा लाभ मिलेगा। सरकार से मिलने वाला अनुदान भी खाते में जाएगा। इससे किसानों को दोहरा लाभ होगा। उद्यान निरीक्षक मनोज सिंह, सुरेश मिश्रा व किसान मौजूद थे।
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कितना मिलेगा अनुदान
अश्वगंधा की खेती पर प्रति हेक्टेयर 10980 रुपये, ब्राह्मी पर 17569, कालमेघ 10980, सतावरी 27451, तुलसी 13176, एलोवेरा 18672, स्टीविया 45210 रुपये अनुदान किया गया। कृषि यंत्रों की खरीद पर भी अच्छा-खासा अनुदान मिलता है। ट्रैक्टर खरीदने, पावर टीलर, मधुमक्खी पालन व पैक हाउस की स्थापना पर इकाई लागत का 25 फीसद अनुदान के रूप में खाते में जाएगा। सिचाई के लिए स्प्रींकलर सेट खरीदने पर भी लागत पर छूट मिलती है।