थमेगा कोरोना से मौत का सिलसिला, गंभीर मरीजों का मुफ्त इलाज
थमेगा कोरोना से मौत का सिलसिला गंभीर मरीजों का मुफ्त इलाज
अमित द्विवेदी, चंदौली
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घातक कोरोना वायरस जिले में दूसरी जान न लेने पाए जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। होम क्वारंटाइन प्रवासियों में गंभीर रोगों से ग्रसित की पहचान कराई जा रही है। उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अस्थमा और टीबी जैसी जटिल बीमारियों का इलाज करा रहे लोगों को तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती कर समुचित उपचार कराया जाएगा। सूची तैयार करने का काम ग्राम पंचायत सचिवों को सौंपा गया है। निगरानी की जिम्मेदारी जिलाधिकारी ने अपने हाथ में ली है।
कोविड 19 की रोकथाम को एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। कड़ी निगरानी के बावजूद संक्रमितों की चेन लंबी होती चली जा रही है। हालांकि सुखद पहलू यह कि इलाज के बाद लोग तेजी से दुरुस्त भी हो रहे हैं। जिले में कोरोना से जुड़े 29 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सक्रिय केस की संख्या वर्तमान में 13 है। धानापुर ब्लाक के अमरा गांव निवासी कोरोना संक्रमित 30 वर्षीय युवक की मौत ने जिला प्रशासन को चिता में डाल दिया है। मौत के आंकड़े में इजाफा न हो, इसके लिए स्थानीय स्तर पर ठोस पहल की गई है। होम क्वारंटाइन प्रवासियों में से रक्तचाप, शुगर, दमा और टीबी आदि गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों की पहचान शुरू कर दी गई है। ग्राम पंचायतवार इनकी सूची तैयार की जा रही है। ऐसे लोग चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे। मर्ज बढ़ने से पहले समुचित इलाज की व्यवस्था के तहत सबको सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा। जिले में तकरीबन नौ हजार प्रवासी लोग होम क्वारंटाइन हैं। ग्राम पंचायत सचिवों को अहम जिम्मेदारी
होम क्वारंटाइन लोगों में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत सचिवों की है। निगरानी समितियों से संपर्क स्थापित कर सूची तैयार करेंगे। अनुपालन सुनिश्चित कराने को जिलाधिकारी स्तर से सीडीओ, डीपीआरओ और बीडीओ को निर्देशित किया गया है। डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि ग्राम सचिव बाहर से आए व्यक्तियों की सूची तैयार करने के साथ इस बात का प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करेंगे कि अब उनके क्षेत्र के गांव में बाहर से आया कोई व्यक्ति छूटा नहीं है। जिलाधिकारी की बैठक में सूची और प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाएगा। जिलाधिकारी के निर्देश पर गंभीर बीमारियों से ग्रसित होम क्वारंटाइन की सूची तैयार कराई जा रही है, ताकि समय रहते उनका समुचित इलाज कराया जा सके। कोरोना की रोकथाम को प्रशासनिक अमला प्रतिबद्ध है।
-डा. एके श्रीवास्तव, सीडीओ।