बेरोजगारों को रोजगार, मजरों, बस्तियों को मुख्य मार्गों से जोड़ें
सीडीओ कार्यालय में शुक्रवार को सतत विकास लक्ष्य के तहत बैठक हुई। बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने घर-घर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करने ग्रामीण सड़कों को मुख्य मार्गों से जोड़ने पर बल दिया।
जागरण संवाददाता, चंदौली : सीडीओ कार्यालय में शुक्रवार को सतत विकास लक्ष्य के तहत बैठक हुई। बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने, घर-घर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था करने, ग्रामीण सड़कों को मुख्य मार्गों से जोड़ने पर बल दिया। मुख्य विकास अधिकारी डा. एके श्रीवास्तव ने कहा 2017 में शुरू हुई इस योजना को 2032 तक हर हाल में पूर्ण करना है। हर माह बैठक कर प्रगति देखी जाएगी। संबंधित अधिकारी इसमें लापरवाही न बरतें।
जिला विकास अधिकारी पदमकांत शुक्ल ने बताया कि तीन वर्षों में योजना के मुख्य बिदुओं पर काफी कार्य हुआ है। लगभग सभी गांव मुख्य मार्गों से जुड़ गए हैं। बस्तियों, मजरों आदि को भी संपर्क मार्गों से जोड़ने का कार्य चल रहा है। ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग इस कार्य के लिए नामित है। घर-घर स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने की दिशा में कार्य प्रगति पर है। कोई भूखा न रहे इसलिए आपूर्ति विभाग की ओर से हर व्यक्ति को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन का लाभ दिया जा रहा, कोई पात्र छूटा है तो उसकी जांच कर उन्हें भी खाद्यान्न देने की व्यवस्था की जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को जागरूक करने के साथ गांवों में शौचालय, सामुदायिक शौचालयों का भी निर्माण कार्य शुरू है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा। उन्हें तरह-तरह के रोजगार से जोड़ा जा रहा, उन्हीं के साथ अन्य बेरोजगारों को भी काम मिला है। मनरेगा के तहत भी काफी बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ा गया है। इस दौरान परियोजना निदेशक सुशील कुमार, डीसी एनआरएलएम एमपी चौबे, डीएसओ देवेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद थे।