बिना पंजीयन चल रहे क्लीनिक व मेडिकल स्टोर
विकास क्षेत्र के गांव व चट्टी पर चौराहों पर शासन के रोक के बाद भी बिना पंजीयन के मेडिकल स्टोर, क्लिनिक व नर्सिंग होम बिना रोक टोक के संचालित किए जा रहे है।
जासं, बरहनी (चंदौली) : बिना पंजीयन मेडिकल स्टोर, क्लीनिक व नर्सिंग होमों में क्षेत्र में बाढ़ सी आ गई है। इससे क्षेत्रीयजनों का आर्थिक व मानसिक शोषण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति करके चले जाते हैं। अब तो लोग यह कहने से भी बाज नहीं आ रहे कि ये मेडिकल स्टोर, क्लीनिक व नर्सिंग होम विभाग के ही इशारे पर चल रहे हैं। मौसम परिवर्तन से लोग वायरल फीवर, सर्दी, जुकाम, खांसी आदि से परेशान हैं। सरकारी दुकानों में पहुंचने से पहले इन अस्पतालों के सक्रिय लोग रास्ते में ही पकड़ लेते हैं। सस्ते इलाज की बात कहकर उन्हें अस्पताल में तो भर्ती करा लेते हैं लेकिन जैसे ही मरीज की अस्पताल से छुट्टी होती है उनका जमकर आर्थिक शोषण किया जाता है। कुछ मेडिकल स्टोर वाले औने पौने दामों पर ही दवा दे रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. रितेश कुमार ने कहा अभियान चलाया जाता है। कोई शिकायत आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाती है। जल्द ही विशेष अभियान चलाया जाएगा।